12 अप्रैल को हनुमान जयंती पर सालासर में बालाजी मेला

मंदिर परिसर, आसपास के इलाके में भक्तिमय माहौल

हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर सालासर बालाजी धाम में तीन दिवसीय लक्खी मेले का आयोजन किया जा रहा है, जहाँ चैत्र पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, जिसमें नो व्हीकल एंट्री और सीसीटीवी कैमरे शामिल हैं।

हिंदू पंचांग के मुताबिक इसबार हनुमान जन्मोत्सव यानी चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 12 अप्रैल को सुबह 3 बजकर 21 मिनट पर होगी।वही साथ ही यानीचैत्र पूर्णिमा के अवसर पर सालासर बालाजी धाम में भरने वाला मेला भी पूरे परवान पर होगा। साथ ही तीन दिवसीय इस लक्खी मेले की शुरुआत हो चुकी है। इसके साथ ही 12 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर आस्था का महासागर उमड़ने की उम्मीद है।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए सालासर को नो व्हीकल एंट्री, नो पार्किंग और नो वेंडर जोन घोषित किया गया है। मंदिर परिसर सहित मुख्य मार्गों पर 180 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 700 निजी सुरक्षा गार्ड और सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

6 किलोमीटर लंबी रेलिंग पर टेंट लगाकर छाया का इंतजाम किया गया है। जगह-जगह ठंडे पानी के स्टॉल लगाए गए हैं। 5 लाख से अधिक पानी के पाउच बांटे जा रहे हैं। सेवा समितियाँ और मेडिकल टीमें हर समय तैनात हैं।

पदयात्रियों को भीड़ से बचाने के लिए विशेष रूट तय किया गया है। वही सुजानगढ़ रोड से मंदिर तक बालाजी बगीचा, हनुमान घाटी और रामसेतु पुलिया होते हुए सीधा रास्ता तय किया गया है।

चैत्र नवरात्र की शुरुआत से अब तक 5 लाख से अधिक श्रद्धालु सालासर बालाजी के दर्शन कर भी चुके हैं। वही 12 अप्रैल को यह संख्या कई गुना बढ़ने की संभावना अधिक है।

प्रशासन की ओर से बनाए गए नो-पार्किंग और नो-वेंडर जोन के तहत अतिक्रमण हटाया गया है, जिससे प्रभावित लोगों में नाराजगी देखी गई। ग्रामीणों ने उप तहसील कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा और रोज़गार पर असर पड़ने की शिकायत की।

जिला प्रशासन और मंदिर कमेटी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में सहयोग करें।

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