शिक्षा विभाग से उचित कार्रवाई की मांग
एमपी में कॉपी जांच रहे चपरासी का वीडियो सामने आने के बाद भूचाल आ गया था। साथ ही मामले में एक्शन लेते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने एक समिति गठित की, जिसने जांच पूरी होने के बाद एक्शन लिया गया। इस मामले में तीन कर्मचारियों को बर्खास्त, एक प्रिंसिपल और एक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है। कॉपी जांचने वाला चपरासी अंग्रेजी में एमए है।
एमपी के नर्मदापुरम जिले के एक सरकारी कॉलेज में एक चपरासी छात्रों की आन्सर शीट चेक कर रहा था। वही इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हुआ, वही जिसके बाद एक घोटाला सामने आया और तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया और प्रिंसिपल और एक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है।
अंग्रेजी में मास्टर डिग्री रखने वाले चपरासी ने हिंदी की पेपर का मूल्यांकन किया गया। पिपरिया के शहीद भगत सिंह पीजी कॉलेज में कुछ माह पहले ही यह गलती हुई थी और हाल ही में सामने आए एक वीडियो के कारण इस पर सबका ध्यान गया। 20 सेकंड की क्लिप में चपरासी को पूरी गंभीरता से उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करते, टिक मार्क लगाते और अंक लिखते हुए दिखाया गया है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय विधायक ठाकुर दास नागवंशी ने इस मुद्दे को उठाया है। उच्च शिक्षा विभाग ने एक जांच समिति गठित की, जिसने अप्रैल को अपनी रिपोर्ट पेश की थी। अगले ही दिन प्रिंसिपल राकेश कुमार वर्मा और मूल्यांकन के नोडल अधिकारी प्रोफेसर रामगुलाम पटेल को निलंबित कर दिया गया था। वर्मा का आरोप है कि स्थानीय राजनेता उन्हें निशाना बना रहे हैं। उन्हें 3 माह में तीन बार हटाया जा चुका है।
समिति ने परीक्षा मूल्यांकन के दृष्टिकोण में चौंकाने वाली लापरवाही पाई गयी। अपनी रिपोर्ट में, पैनल ने कहा कि अतिथि व्याख्याता खुशबू पगारे, जो हिंदी पढ़ाती हैं, ने लिखित बयान में स्वीकार किया है साथ ही उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किसी और से करवाया था क्योंकि वह बीमार थीं।
समिति के मुताबिक, शख्स उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए कॉलेज के ही राकेश कुमार मेहर को 7,000 रुपये दिए थे। मेहर ने बदले में उत्तर पुस्तिकाओं को चपरासी पन्नालाल पठारिया को सौंप दिया गया और साथ ही उसे 5,000 रुपये दिए गए, जिसमें से 2,000 रुपये उसने अपने पास रख लिए, ऐसा प्रिंसिपल और नोडल अधिकारी के निलंबन आदेश में कहा गया है। वही पगारे, मेहर और पठारिया को बुधवार को निलंबित कर दिया गया है