नहाती महिलाओं का वीडियो बनाते युवक पकड़ा, फोन में मिले कई आपत्तिजनक वीडियो

अयोध्या, 11 अप्रैल 2025: धार्मिक नगरी अयोध्या में एक गेस्ट हाउस में शुक्रवार सुबह एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने शहर की पवित्रता पर सवाल उठा दिए। यहाँ एक युवक को महिलाओं के नहाते समय चोरी-छिपे वीडियो बनाने के आरोप में रंगे हाथ पकड़ा गया। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल से कई महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो बरामद किए हैं, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है और पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
घटना का विवरण और गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, यह घटना शुक्रवार सुबह करीब 6:30 बजे अयोध्या के एक व्यस्त गेस्ट हाउस में हुई। गेस्ट हाउस में ठहरी एक महिला श्रद्धालु ने संदिग्ध गतिविधियाँ देखीं और शोर मचाया, जिसके बाद अन्य लोग मौके पर पहुँचे। उन्होंने एक युवक को बाथरूम के पास छिपकर वीडियो बनाते हुए पकड़ा। गुस्साए लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, और राम जन्मभूमि थाना पुलिस ने मौके पर पहुँचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया।
आरोपी की पहचान सौरभ (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई है, जो गेस्ट हाउस में कर्मचारी के रूप में काम करता था। पुलिस ने उसके मोबाइल की जाँच की, जिसमें कम से कम 10 महिलाओं के नहाते समय के वीडियो मिले। ये वीडियो अलग-अलग तारीखों के प्रतीत होते हैं, जिससे संदेह है कि आरोपी लंबे समय से इस तरह की हरकत कर रहा था।
पुलिस की कार्रवाई और जाँच
राम जन्मभूमि थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुँचाना) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मोबाइल को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेज दिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वीडियो कहीं और साझा किए गए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “यह एक गंभीर अपराध है, और हम इसे हल्के में नहीं ले रहे। हम गेस्ट हाउस के मालिक और प्रबंधन से भी पूछताछ कर रहे हैं कि ऐसी घटना कैसे संभव हुई।” पुलिस यह भी जाँच कर रही है कि क्या आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है या वह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।
स्थानीय लोगों का आक्रोश और सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने अयोध्या के स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में गहरा रोष पैदा किया है। कई लोगों ने इसे धार्मिक नगरी की छवि को धूमिल करने की कोशिश बताया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “अयोध्या में लाखों श्रद्धालु आते हैं। अगर गेस्ट हाउस जैसी जगहों पर महिलाएँ सुरक्षित नहीं हैं, तो यह हम सभी के लिए शर्म की बात है।”
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पहले से ही संवेदनशील माहौल में यह घटना प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है। गेस्ट हाउस में निगरानी की कमी और कर्मचारियों की जाँच न होने पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने माँग की है कि सभी गेस्ट हाउस और होटलों में सीसीटीवी कैमरे और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था अनिवार्य की जाए।
अयोध्या में पूर्व की घटनाएँ
अयोध्या में इस तरह की शर्मनाक घटनाएँ पहले भी सामने आ चुकी हैं, हालाँकि उनकी प्रकृति अलग रही है। कुछ वर्ष पहले एक अन्य गेस्ट हाउस में चोरी की शिकायतें सामने आई थीं, जिसके बाद प्रशासन ने वहाँ नियमों को कड़ा किया था। इसके अलावा, 2022 में एक होटल में अनैतिक गतिविधियों की खबरों ने भी सुर्खियाँ बटोरी थीं। इन घटनाओं ने हमेशा पर्यटकों की सुरक्षा और निजता को लेकर चिंता बढ़ाई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अयोध्या जैसे धार्मिक स्थल पर पर्यटकों की बढ़ती संख्या के साथ ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, “यह केवल एक व्यक्ति की गलती नहीं है। गेस्ट हाउस मालिकों और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी हरकतों को होने से पहले रोकें।”
प्रशासन का रुख और भविष्य के कदम
जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी गेस्ट हाउस और होटलों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी करने की बात कही है। उन्होंने कहा, “हम सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। सभी आवासीय स्थानों की जाँच की जाएगी, और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
पुलिस ने गेस्ट हाउस के मालिक को भी नोटिस जारी किया है और पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके अलावा, शहर में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर और त्वरित प्रतिक्रिया टीम की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।
शांति और जागरूकता की अपील
यह घटना अयोध्या की उस छवि को चुनौती देती है, जो शांति और आध्यात्मिकता के लिए जानी जाती है। स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने लोगों से संयम बरतने और प्रशासन पर भरोसा रखने की अपील की है। एक संगठन के प्रतिनिधि ने कहा, “हमें ऐसी घटनाओं को सामुदायिक आधार पर नहीं देखना चाहिए। यह एक व्यक्ति का अपराध है, और उसे सजा मिलनी चाहिए।”
महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली एक कार्यकर्ता ने कहा, “यह समय है कि हम न केवल सजा की बात करें, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाएँ। पुरुषों को महिलाओं की निजता और सम्मान का महत्व समझना होगा।”
अयोध्या में हुई इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की निजता और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रशासन पर अब दबाव है कि वह इस मामले में न केवल त्वरित कार्रवाई करे, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम भी उठाए। अयोध्या, जो विश्व भर में अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए जानी जाती है, उसे इस तरह की हरकतों से मुक्त रखना सभी की जिम्मेदारी है।

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