चेन्नई, 11 अप्रैल 2025: तमिलनाडु के वन मंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के वरिष्ठ नेता के. पोनमुडी द्वारा हिंदू तिलक पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। पोनमुडी ने एक सार्वजनिक सभा में शैव और वैष्णव समुदायों के पवित्र तिलक (पट्टाई और नामम) की तुलना अश्लील संदर्भों से की, जिसे व्यापक रूप से अपमानजनक माना गया। इस बयान के बाद DMK ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी के उपमहासचिव पद से हटा दिया। पार्टी की सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने भी पोनमुडी की टिप्पणी को “अस्वीकार्य” बताते हुए कड़ी निंदा की।
क्या था विवाद?
पोनमुडी ने रविवार को एक सभा में एक अश्लील किस्सा सुनाया, जिसमें उन्होंने शैव समुदाय के क्षैतिज तिलक (पट्टाई) को “लेटने की स्थिति” और वैष्णव समुदाय के ऊर्ध्वाधर तिलक (नामम) को “खड़े होने की स्थिति” से जोड़ा। इस टिप्पणी को हिंदू धार्मिक प्रतीकों का अपमान माना गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया। गुरुवार रात तक यह मामला तूल पकड़ चुका था, जिसने DMK को बैकफुट पर ला दिया।
पार्टी की प्रतिक्रिया:
DMK अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने शुक्रवार सुबह पोनमुडी को उपमहासचिव पद से हटाने का आदेश दिया। कनिमोझी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “ऐसी अशोभनीय टिप्पणियां किसी भी आधार पर स्वीकार्य नहीं हैं।” उनकी निंदा को पार्टी के नरम रुख के तौर पर देखा जा रहा है, ताकि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने का आरोप कम किया जा सके।
विपक्ष और अन्य की प्रतिक्रिया:
भाजपा ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। तमिलनाडु भाजपा के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने कहा, “पोनमुडी का मंत्री बने रहना शर्मनाक है। क्या स्टालिन उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे?” गायिका और सामाजिक कार्यकर्ता चिन्मयी श्रीपदा ने भी टिप्पणी की, “यह तमिलनाडु के वन मंत्री हैं, जो ऐसी अश्लील बातों को मजाक में सामान्य बनाते हैं। यह मजाक हम पर है।”
पोनमुडी का इतिहास:
यह पहली बार नहीं है जब पोनमुडी विवादों में घिरे हैं। इससे पहले उन्होंने तमिलनाडु सरकार की मुफ्त बस यात्रा योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके लिए उन्हें पार्टी की आलोचना झेलनी पड़ी थी। उनकी ताजा टिप्पणी ने न केवल हिंदू समुदायों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, बल्कि DMK की छवि पर भी सवाल उठाए हैं।
आगे क्या?
यह विवाद तब सामने आया है, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चेन्नई में हैं और 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन पर चर्चा करने वाले हैं। भाजपा इस मुद्दे को और भुनाने की कोशिश कर सकती है। वहीं, DMK ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया है, लेकिन पोनमुडी के मंत्री पद पर बने रहने को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
यह घटना धार्मिक संवेदनशीलता और राजनीतिक बयानबाजी के बीच संतुलन की चुनौती को उजागर करती है, जिसका असर तमिलनाडु की सियासत पर लंबे समय तक देखा जा सकता है।