Meaning Of Operation Sindoor : 7 मई 2025 को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारतीय सेनाओं ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के कैंपों को नष्ट किया। लेकिन इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ क्यों? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में चुना गया यह नाम भारतीय संस्कृति, शक्ति और बलिदान का प्रतीक है, जो कार्रवाई के मकसद को गहराई से दर्शाता है।
सिंदूर का प्रतीकात्मक अर्थ
भारतीय परंपरा में सिंदूर साहस, सुरक्षा और नारी शक्ति का प्रतीक है। मांग में सिंदूर लगाना अटूट संकल्प और जीवन की रक्षा का संदेश देता है। सैन्य दृष्टिकोण से, ‘सिंदूर’ नाम पहलगाम हमले के शहीदों, खासकर महिलाओं और बच्चों, को श्रद्धांजलि है। सूत्रों के मुताबिक, मोदी ने इस नाम को आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता और सांस्कृतिक एकता को रेखांकित करने के लिए चुना। यह नाम देशवासियों में जोश भरता है और शत्रु को कड़ा संदेश देता है कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।
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ऑपरेशन का निष्पादन
ऑपरेशन सिंदूर में वायु सेना ने तड़के 1:44 बजे हमले शुरू किए, जिसमें बहावलपुर, मुरिदके और कोटली जैसे ठिकाने नष्ट हुए। यह 1971 के बाद पहली त्रि-सेवा कार्रवाई थी, जिसमें थल, वायु और नौसेना ने समन्वय किया। मोदी ने पूरी रात निगरानी की, और अजीत डोवल ने अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों को सूचित किया। सेना ने कहा, “न्याय हुआ। जय हिंद!” यह ऑपरेशन भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को मजबूती से पेश करता है।
पाकिस्तान और वैश्विक प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इसे “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया और नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की। अमेरिका ने संयम की अपील की, जबकि तालिबान ने पहलगाम हमले की निंदा की। भारत ने कूटनीतिक समर्थन हासिल किया।
सिंदूर नाम का संदेश
‘सिंदूर’ नाम भारत की सांस्कृतिक जड़ों और सैन्य संकल्प को जोड़ता है। यह शहीदों के बलिदान को सम्मान और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देश की एकता को दर्शाता है। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की ताकत और मोदी के नेतृत्व को वैश्विक मंच पर स्थापित किया।