आगरा के रकाबगंज थाने की पुलिस एक बार फिर विवादों में है। 31 मई 2025 को गोकशी के आरोपी इमरान उर्फ बबुआ के साथ हुई मुठभेड़, जिसमें उसके पैर में गोली लगी थी, के बाद अब पुलिस पर उसके परिवार को परेशान करने का आरोप लगा है। इमरान ने कोर्ट में पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर और मारपीट का आरोप लगाया था, जिसके बाद कोर्ट ने अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। अब इमरान की पत्नी कौसर पत्नी राहिन ताज और उनके दो भाइयों, साहिल और जीशान, को अवैध हिरासत में रखने की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज की गई है। परिवार का आरोप है कि पुलिस कोर्ट में मामले की पैरवी न करने का दबाव बना रही है।
पुलिस ने उठाई पत्नी और साले, बच्ची की तबीयत बिगड़ी
कौसर ने बताया कि 4 जून की रात 8 बजे रकाबगंज थाने की पुलिस और शहीद नगर चौकी का सिपाही अंकुश उनके घर पहुंचा। पुलिस ने कौसर (उर्फ गुड़िया), साहिल और जीशान को जबरन थाने ले जाकर हिरासत में रखा। बुधवार रात से गुरुवार तक तीनों को बिना पूछताछ के थाने में बैठाए रखा गया। कौसर ने बताया कि थाने में उनकी 6 महीने की बच्ची की तबीयत खराब हो गई, फिर भी पुलिस ने उन्हें नहीं छोड़ा। पुलिस ने बच्ची को घर भेजने को कहा, लेकिन मां को हिरासत में रखा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद रात में कौसर को छोड़ दिया गया, जबकि साहिल और जीशान का शांतिभंग में चालान कर दिया गया। दोनों बाद में घर पहुंच गए।
पुलिस पर धमकी का आरोप
कौसर ने शिकायत में बताया कि थाने में वह दरोगा सामने आया, जिसने उनके पति इमरान को गोली मारी थी। दरोगा ने धमकी दी कि वह अपने पति से कहे कि कोर्ट में शिकायत को भूल जाए और मामला खत्म कर दे। परिवार का कहना है कि पुलिस की इस कार्रवाई से वे दहशत में हैं।
31 मई की मुठभेड़ और कोर्ट का आदेश
31 मई को रकाबगंज पुलिस ने इमरान को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दावा किया था कि उसके पास प्रतिबंधित मांस, तमंचा और स्कूटी बरामद हुई थी। इमरान ने कोर्ट में पुलिस पर पकड़कर गोली मारने और बेरहमी से पिटाई का आरोप लगाया। दोबारा मेडिकल में उसकी चोटों में भिन्नता पाई गई। विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। रकाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने इमरान के परिवार पर दबाव बनाना शुरू किया।
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
रकाबगंज पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पहले फर्जी एनकाउंटर के आरोप और अब परिवार को परेशान करने की शिकायत ने पुलिस की विश्वसनीयता को कटघरे में ला खड़ा किया है। शहर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, और लोग प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।