13 जून 2025 को ईरान और इजराइल के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। ईरान ने इजराइल पर 100 से अधिक ड्रोन से जवाबी हमला किया, जिसे इजराइली सेना ने रास्ते में ही नष्ट करने का दावा किया। इससे पहले इजराइल ने ईरान के चार परमाणु और दो सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। यह संघर्ष क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बन गया है।
इजराइल का हमला और ईरान की प्रतिक्रिया
इजराइली वायुसेना ने शुक्रवार सुबह तेहरान के आसपास छह ठिकानों पर हमला किया, जिसमें चार परमाणु सुविधाएं शामिल थीं। इस कार्रवाई में ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर हुसैन सलामी, आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी और दो परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। इजराइल ने दावा किया कि उसने IRGC के अधिकांश वायु कमांड अधिकारियों को एक गुप्त ऑपरेशन में निशाना बनाया। जवाब में ईरान ने 100 से अधिक ड्रोन दागे, जो इराक और सीरिया के रास्ते इजराइल की ओर बढ़ रहे थे। इजराइली सेना ने कहा कि इनमें से कोई भी ड्रोन उनकी सीमा में नहीं पहुंचा।
रणनीतिक तैयारी और वैश्विक प्रतिक्रिया
इजराइल ने हमले की योजना के तहत ईरान में गुप्त ड्रोन बेस स्थापित किया और मोसाद के साथ मिलकर हथियारों की तस्करी की, जिससे ईरान का वायु रक्षा तंत्र कमजोर हुआ। इजराइल ने अपने अस्पतालों को भूमिगत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया और बेन गुरियन हवाई अड्डे से सभी विमानों को हटा लिया। दूसरी ओर, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने इजराइल को कड़ी सजा देने की चेतावनी दी और मोहम्मद पाकपुर को IRGC का नया कमांडर नियुक्त किया। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने पुष्टि की कि नतांज में परमाणु संवर्धन केंद्र पर हमला हुआ, लेकिन विकिरण स्तर सामान्य हैं। भारत ने दोनों देशों से शांति और बातचीत की अपील की।
अमेरिका की भूमिका और परमाणु विवाद
अमेरिका ने इस हमले से खुद को अलग रखा, हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उन्हें इजराइल के हमले की पहले से जानकारी थी। ट्रम्प ने ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की बात दोहराई। ईरान ने अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता रद्द कर दी। यह तनाव 2018 में ट्रम्प द्वारा JCPOA परमाणु समझौते से हटने के बाद से बढ़ रहा है, जिसके बाद ईरान ने यूरेनियम संवर्धन की सीमा तोड़ दी।
क्षेत्रीय प्रभाव
इस संघर्ष ने क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया। जॉर्डन में ड्रोन अलर्ट सायरन बजे, और एमिरेट्स एयरलाइंस ने ईरान सहित चार देशों की उड़ानें रद्द कर दीं। इजराइल ने स्कूल और कार्यालय बंद कर दिए, जबकि ईरानी मीडिया ने तेहरान में आम नागरिकों की मौत की खबर दी। यह तनाव वैश्विक स्थिरता के लिए चुनौती बन सकता है।