आगरा मंडल में वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना मानो आदत बन चुकी है। संभागीय परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने अप्रैल और मई 2025 के दौरान आगरा में अकेले 883 चालकों के चालान किए, जिससे ₹8 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया। इसके बावजूद भी यह लापरवाह रवैया खत्म नहीं हो रहा। कई मामलों में तो एक ही व्यक्ति का दो-दो बार चालान किया गया है, फिर भी सुधार नहीं दिख रहा। प्रतिदिन औसतन 10 लोगों का चालान किया जा रहा है।
आरटीओ (प्रवर्तन) अखिलेश कुमार द्विवेदी का कहना है कि लगातार चालान और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन लोग वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने की इस खतरनाक आदत को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। चाहे दो पहिया हो या चार पहिया, लोग मोबाइल पर बात करते या ईयरफोन लगाए गाड़ी चलाते देखे जाते हैं। यह न केवल ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है, बल्कि दुर्घटना का बड़ा कारण भी बन रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि स्मार्ट सिटी कैमरों के जरिए भी चालान किए जा रहे हैं, जिससे लोग पकड़ से नहीं बच पा रहे। पूरे मंडल की बात करें तो आगरा में सर्वाधिक 883 चालान हुए, जबकि मथुरा में 340, फिरोजाबाद में 103 और मैनपुरी में मात्र 11 चालान दर्ज किए गए। इन आंकड़ों से साफ है कि आगरा के चालक सबसे ज्यादा नियम तोड़ने में ‘बातूनी’ साबित हो रहे हैं।