आलमबाग में लूट की वारदात का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में बुधवार तड़के पुलिस और लुटेरों के बीच मुठभेड़ हुई. पुलिस ने बाइक सवार दो संदिग्धों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने एक लुटेरे के पैर में गोली मार दी, जिसकी पहचान हिस्ट्रीशीटर और जिला बदर अपराधी अनीस के रूप में हुई. उसे गिरफ्तार कर लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. यह मुठभेड़ एक महिला से पर्स लूट की घटना के बाद हुई, जिसमें अनीस मुख्य आरोपी था.
मुठभेड़ का विवरण और बरामदगी
आलमबाग पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि लंगड़ा फाटक से मवैया की ओर दो संदिग्ध बाइक पर जा रहे हैं. पुलिस ने लंगड़ा फाटक के पास ग्राहम बेल मोड़ पुलिया पर उन्हें रोकने का प्रयास किया. बाइक सवारों ने भागने की कोशिश की, लेकिन उनकी बाइक फिसल गई. इसके बाद अनीस ने पुलिस पर गोली चलाई. पुलिस की जवाबी फायरिंग में अनीस के पैर में गोली लगी, और उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया. उसके पास से एक देसी तमंचा, दो कारतूस, एक मोटरसाइकिल, एक मोबाइल फोन और लूट के 600 रुपये बरामद हुए. अनीस सआदतगंज के वजीरबाग का रहने वाला है और उसके खिलाफ लखनऊ के विभिन्न थानों में 22 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
लूट की वारदात और अनीस का आपराधिक इतिहास
6 जून को फर्रूखाबाद के सर्वेश और उनकी पत्नी अनुराधा चारबाग स्टेशन से ई-रिक्शा से कृष्णानगर जा रहे थे. रात करीब 11 बजे आलमबाग बस स्टैंड के पास काली अपाचे बाइक सवार अनीस और उसके साथी ने अनुराधा का पर्स लूट लिया. पर्स में 11 हजार रुपये, सोने की चेन, कान के कुंडल और घर की चाबियां थीं. लूट के दौरान अनुराधा ई-रिक्शा से गिरकर घायल हो गई थीं. आलमबाग थाना प्रभारी सुभाष चंद्र ने बताया कि अनीस ने अपने साथी के साथ इस वारदात को अंजाम दिया था. अनीस एक जिला बदर अपराधी है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड गंभीर धाराओं में दर्ज है, जिसमें लूट और अन्य अपराध शामिल हैं.
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने अनीस को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. फरार साथी की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं, और क्षेत्र में छापेमारी जारी है. पुलिस उपायुक्त मध्य ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने संयम और साहस का परिचय दिया, जिससे एक शातिर अपराधी पकड़ा गया. यह मुठभेड़ लखनऊ में अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है. स्थानीय लोग इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, लेकिन फरार अपराधी की गिरफ्तारी तक सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है. यह घटना शहर में लूट की बढ़ती वारदातों पर अंकुश लगाने की पुलिस की प्रतिबद्धता को उजागर करती है.