आगरा का आंबेडकर पुल पिछले एक महीने से बंद है। 22 मई को तेज आंधी के कारण पुल का फुटपाथ क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद चार पहिया वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। राज्य सेतु निगम ने 15 जून तक मरम्मत पूरी करने का दावा किया था, लेकिन 20 जून तक भी पुल पर यातायात शुरू नहीं हो सका। इससे ताजमहल और आगरा किला देखने आने वाले पर्यटकों को जीवनी मंडी से वाटरवर्क्स तक भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है। एमजी रोड पर मेट्रो निर्माण के कारण लगे बैरिकेड्स ने यातायात की समस्या को और बढ़ा दिया है। शहरवासियों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है।
पड़ताल में सामने आया कि पुल पर मरम्मत कार्य पूरी तरह ठप है। नगर निगम की भारी जालियों, जिनके कारण पुल को नुकसान पहुंचा, को अभी तक हटाया नहीं गया है। फुटपाथ पर स्लैब भी नहीं लगाए गए हैं। रेलवे माल गोदाम और भैरों नाला सीवेज पंपिंग स्टेशन की ओर से पुल तक पहुंचने के रास्ते कंक्रीट के डिवाइडर लगाकर बंद कर दिए गए हैं। इस स्थिति ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों की परेशानी को कई गुना बढ़ा दिया है। लोग राज्य सेतु निगम के अधिकारियों की लापरवाही की शिकायत कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, आंधी के दौरान भारी जालियों के कारण पुल का फुटपाथ टूट गया था। इसके बाद डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पुल का निरीक्षण किया और मरम्मत के साथ-साथ आवागमन बंद करने के निर्देश दिए थे। हालांकि, एक महीने बीत जाने के बाद भी मरम्मत कार्य में कोई प्रगति नहीं दिख रही है। डीएम ने कहा कि सेतु निगम के अधिकारियों से इस देरी के लिए जवाब मांगा जाएगा।
पुल के बंद होने से पर्यटन और दैनिक यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। पर्यटकों को ताजमहल और आगरा किला जैसे प्रमुख स्थलों तक पहुंचने में लंबा समय लग रहा है। स्थानीय लोग भी रोजमर्रा के कामों के लिए वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेने को मजबूर हैं। यह स्थिति शहर की यातायात व्यवस्था पर भारी पड़ रही है। लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द मरम्मत कार्य पूरा करने की मांग की है, ताकि यातायात सामान्य हो सके और पर्यटकों को असुविधा से राहत मिले।