हवाई क्षेत्र बंद होने से यात्रियों की मुश्किलें
ईरान ने सोमवार देर रात खाड़ी देशों में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। कतर के अल-उदीद सैन्य अड्डे को निशाना बनाए जाने के बाद वहां का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया। इससे उड़ानें रद्द हो गईं, जिसके चलते आगरा के मशहूर कवि गोपालदास नीरज के परिवार सहित कई भारतीय यात्री जॉर्जिया में फंस गए। यह हमला परमाणु ठिकानों पर हुए हमलों के जवाब में किया गया था।
परिवार की यात्रा में रुकावट
आगरा के बल्केश्वर निवासी शशांक नीरज, जो कवि गोपालदास नीरज के पुत्र हैं, अपने इंजीनियर बेटे असीम शिखर और एमबीबीएस छात्रा बेटी विदुषी नीरज के साथ 16 जून को जॉर्जिया घूमने गए थे। उनकी योजना 22 जून को त्बिलिसी से भारत लौटने की थी। इसके लिए उन्होंने एयर अरेबिया की उड़ान बुक की थी, लेकिन वह 30 जून तक रद्द हो गई। फिर 23 जून को इंडिगो की शाम 7:40 की उड़ान में टिकट लिया। इस उड़ान में उनके साथ लगभग 140 अन्य भारतीय यात्री भी थे।
उड़ान रद्द होने से हवाई अड्डे पर इंतजार
उड़ान को दोहा के रास्ते दिल्ली पहुंचना था, लेकिन कतर के हवाई क्षेत्र के बंद होने से जॉर्जिया में ही यात्रियों को उतार दिया गया। यात्री त्बिलिसी हवाई अड्डे पर फंसे हैं, जिनमें कुछ को दिल्ली और कुछ को मुंबई जाना था। विमानन कंपनी अगली उड़ान की जानकारी नहीं दे पा रही है। रात तक यात्रियों के लिए सोने की व्यवस्था नहीं थी, केवल खाने के कूपन दिए गए। शशांक ने बताया कि स्थिति अस्पष्ट बनी हुई है।
दुबई से मिली हमले की जानकारी
शशांक ने फ्लाइट रद्द होने के बाद दुबई में रहने वाली अपनी भतीजी से संपर्क किया। उन्होंने ईरान के मिसाइल हमलों और हवाई क्षेत्र बंद होने की सूचना दी। जॉर्जिया, जो कभी सोवियत संघ का हिस्सा था, पूर्वी यूरोप और पश्चिमी एशिया के बीच बसा है और इसे आमतौर पर यूरोप का हिस्सा माना जाता है। यह घटना न केवल क्षेत्रीय तनाव को दर्शाती है, बल्कि सामान्य यात्रियों की परेशानियों को भी उजागर करती है।