कानपुर में खेरेश्वर घाट पर हंगामा. कांवड़ियों और पुलिस के बीच टकराव

शिवराजपुर थाने में मारपीट और उपद्रव

कानपुर के शिवराजपुर में खेरेश्वर घाट पर सावन के पहले सोमवार को कांवड़ियों की भारी भीड़ के दौरान अराजक स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान कांवड़ियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया। जिसके बाद शिवराजपुर थाने में कांवड़ियों ने जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि भीड़ के बेकाबू होने पर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस कार्रवाई में एक कांवड़िया युवक घायल होकर गिर पड़ा। इसके बाद गुस्साए कांवड़ियों ने थाने का घेराव कर लिया और पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट और गाली-गलौज की। पूरी घटना थाने के सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई है। जिसके आधार पर पुलिस ने पांच उपद्रवियों को चिन्हित किया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

घटना का विवरण और पुलिस की प्रतिक्रिया

घटना की शुरुआत खेरेश्वर घाट पर उस समय हुई जब सावन के पहले सोमवार को भारी संख्या में कांवड़िए एकत्र हुए। भीड़ के अनियंत्रित होने पर पुलिस प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। इस दौरान एक कांवड़िया युवक को चोट लगी और वह घायल हो गया। पुलिस का कहना है कि घायल युवक के समर्थकों ने भ्रमवश पहले स्काउट गाइड और होमगार्ड कर्मियों के साथ मारपीट की। इसके बाद कांवड़ियों का गुस्सा पुलिस पर उतरा और उन्होंने थाने में पहुंचकर हंगामा किया। पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी और मारपीट की गई। जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने तुरंत घायल कांवड़िया को शिवराजपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां उसका उपचार चल रहा है।

कानूनी कार्रवाई और सीसीटीवी फुटेज

पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांच कांवड़ियों को उपद्रवी के रूप में चिन्हित किया है। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि थाने में मारपीट और गाली-गलौज की पूरी घटना कैमरों में कैद हो गई है। जो जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में काम आएगी। अधिकारियों ने बताया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में और सख्त कदम उठाए जाएंगे। ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन के सामने भीड़ प्रबंधन और धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने कांवड़ियों से शांति बनाए रखने की अपील की है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है। यह घटना सावन के पवित्र महीने में कानपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर विचार करने का अवसर प्रदान करती है।

Leave a Comment