- आगरा में उठी वीर शिवाजी के पराक्रम की गूंजी
- 200 करोड़ का डिजिटल म्यूजियम घोषित,मार्च तक तैयार

आगरा। ताज नगरी आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज की अमर गाथा को जीवंत करने वाला ‘जाणता राजा’ महानाट्य का शानदार उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। दिव्य प्रेम सेवा मिशन के तत्वावधान में हुए इस ऐतिहासिक आयोजन में पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद मुख्य अतिथि रहे। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शिवाजी महाराज की कैद स्थली पर 200 करोड़ रुपये की लागत से डिजिटल म्यूजियम की घोषणा की। मिशन के संस्थापक अध्यक्ष आशीष गौतम ने आगरा को शिवाजी की भूमि बताते हुए मुगलों से अलग पहचान पर जोर दिया। ‘जय जय भवानी’ और ‘जय शिवाजी’ के उद्घोषों से वातावरण गुंजायमान रहा। समारोह में उमाकांतानंद सरस्वती, डीपी सिंह, महेश चतुवेर्दी, राकेश गर्ग, संजय चतुवेर्दी सहित आगरा व आसपास के 20 जिलों से राष्ट्रभक्त, सनातन प्रेमी, छात्र-छात्राएं और भाजपा पदाधिकारी उपस्थित हुए। लखनऊ में सफल आयोजन के बाद आगरा में इसका मंचन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुरोध पर हुआ।
शिवाजी की भूमि है आगरा, मुगलों की नहीं: आशीष गौतम
दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक अध्यक्ष आशीष गौतम ने कहा कि आगरा सनातन धर्म और भगवान शिव की पावन भूमि है, जहां 1666 में शिवाजी महाराज को औरंगजेब ने धोखे से कैद किया था। तीन माह की कैद के बाद स्थानीय फल विक्रेताओं व ठेले वालों के सहयोग से वे रायगढ़ लौटे और 1674 में हिंदवी स्वराज की स्थापना की। उन्होंने आरएसएस संस्थापकों से लेकर मोहन भागवत तक के उद्धरणों से शिवाजी को दलित-शोषित संरक्षक और नीति का प्रतीक बताया। संविधान से जोड़ते हुए गौतम ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर की प्रारूप समिति द्वारा तैयार संविधान में शिवाजी के हिंदवी स्वराज का चित्र हिंदी हस्ताक्षरों संग विद्यमान है। उन्होंने अपील की कि सोशल मीडिया पर महानाट्य का प्रचार करें, ताकि प्रयागराज कुंभ की तर्ज पर 60 करोड़ श्रद्धालु आकर्षित हों। योगी के शब्दों का हवाला देते हुए बोले, “आगरा मुगलों से नहीं, शिवाजी से जुड़े।”
200 करोड़ का म्यूजियम मार्च तक तैयार: जयवीर सिंह
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने घोषणा की कि शिवाजी महाराज की कैद स्थली पर 197.27 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक डिजिटल म्यूजियम मार्च 2026 तक बनकर तैयार होगा। आगरा कलेक्टर के खाते में 9.46 करोड़ की टोकन मनी भेजी जा चुकी है। योगी सरकार के 8.5 वर्षों के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि आगरा के लिए 55 योजनाओं पर 512 करोड़ खर्च हो चुके हैं, जिनमें बटेश्वर के 101 शिव मंदिरों का 191 करोड़ से विकास और कैलाश मंदिर के लिए 20 करोड़ शामिल हैं। सिंह ने कहा कि 2022 से उत्तर प्रदेश पर्यटकों की संख्या में देश में नंबर वन है। महानाट्य को देखकर संस्कृति व प्रशासन में विश्वास मजबूत होगा, जो विकसित भारत का सपना साकार करेगा। उन्होंने ‘भारत माता की जय, जय श्रीराम, हर हर महादेव’ का उद्घोष किया।
‘जाणता राजा’ से लें नीति-निष्ठा की प्रेरणा: राम नाथ कोविंद
पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ‘जाणता राजा’ को “जनता का मन जानने वाला शासक” बताते हुए कहा कि उन्होंने इसे तीन बार देखा—दिल्ली में प्रमोद महाजन के प्रयास से, औरंगाबाद में, और अब आगरा में। रायगढ़ किले का जिक्र करते हुए बोले, “यह चंडीगढ़ जैसी योजनाबद्ध नगरी का प्राचीन उदाहरण है।” शिवाजी के शौर्य, विनम्रता व मयार्दा को श्रीराम से जोड़ा। “विकसित भारत 2047” के संदर्भ में कहा कि विकास केवल जीडीपी नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, समान अवसर, पारदर्शी शासन व सामाजिक समरसता है। मिशन की स्थापना (1997, हरिद्वार में कुष्ठ सेवा से) की सराहना की और अपील की कि शिवाजी के आदर्शों से सेवा-भाव अपनाएं, आत्मनिर्भर भारत बनाएं। “जय हिंद” के साथ समापन किया।
इनकी रही विशेष उपस्थिति
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक महेंद्र, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया, विधायक जीएस धर्मेश, पूर्व मंत्री उदयभान सिंह, अभिनव मौर्य, ललित शर्मा, गोविंद दुबे, राहुल सारस्वत, जयवीर सिंह, शुभम नेचुरल, राहुल चौधरी, मनीष थापक, राहुल जोशी, विवेक नाथ तिवारी, अवधेश पंडित, मुकेश गुप्ता, मोहित सोलंकी, मोनू दुबे, राघवेंद्र आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
आयोजन समिति के प्रमुख सदस्यों ने दी सफलता को नई ऊंचाई
‘जाणता राजा’ महानाट्य की आयोजन समिति के अध्यक्ष संजीव माहेश्वरी के नेतृत्व में अरविन्द (डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय), महेश गोयल (राधे हार्डवेयर), सिमरन उपाध्याय (चिकित्सक एवं समाजसेविका), विनायक मुद्गल (वेद इंटरप्राइजेज), आशीष त्यागी (स्पोर्ट्समैन), मनीष अग्रवाल ‘रावी’ (उपाध्यक्ष), फूल सिंह (समाजसेवी), मनीष अग्रवाल (तिरुपति रेस्टोरेंट), रीना शर्मा (विश्वहिंदू परिषद् एवं समाजसेविका), अनिकेत तोमर (जिला उपाध्यक्ष भाजयुमो), प्रतिभा जिंदल (समाजसेविका), अवधेश शर्मा (भाजयुमो), उज्जवल चौहान (व्यवसायी), सुमित दिवाकर (भाजपा नेता), रजत शर्मा (बोस्टन पब्लिक स्कूल), देवेंद्र त्यागी (समाजसेवी), श्रीप्रकाश सिंह (समाजसेवी), निधि शर्मा (प्रोफेसर आगरा कॉलेज), अमित अग्रवाल ‘ग्वाला’ (वरिष्ठ भाजपा नेता), पंकज पाठक (भाजपा नेता), परमवीर चौधरी (भाजयुमो), कार्तिक प्रधान (युवा नेता भाजपा), निशांत प्रजापति (आरके मूर्ति कलाकेंद्र), तरून जोशी (समाजसेवी), मुकेश अग्रवाल (नेचुरल), सीमा सिंह (समाजसेविका), अजय शर्मा (उद्यमी एवं शिक्षाविद), पंकज कटारा (जिला महामंत्री भाजयुमो), आशीष पाराशर (जिला उपाध्यक्ष-भाजयुमो), विदित बंसल (समाजसेवी), अक्षत वर्मा (युवा नेता भाजपा), अदिति कात्यायन (सृजन फाउंडेशन), युवराज सिंह चौहान (भाजयुमो), मुकेश गोयल (महामंत्री), लालता प्रसाद सारस्वत (समाजसेवी), दिग्विजय नाथ तिवारी (प्रान्त संयोजक बजरंग दल), धीरज शर्मा (वरिष्ठ पत्रकार), दीप विनायक पटेल (भाजपा नेता), कान्हा राठौर (उद्यमी), ध्रुव गुप्ता (कुमार कंस्ट्रक्शन), राघव वर्मा (युवा भाजपा नेता), अमन चौहान (इन्फ्लेक्स टेक्नोलॉजी), आकाश शर्मा (एसआरएफजी एंटरटेनमेंट), विमलेश सारस्वत (समाजसेविका) सहित समिति के सदस्यों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।