- आगरा के गौरवशाली इतिहास को करें जीवंत: प्रो. एस.पी. सिंह बघेल
- स्वराज्य के सिद्धांतों से युवा शक्ति को करें जागृत: महामंडलेश्वर आचार्य राम चरण दास
- दिव्य प्रेम सेवा मिशन के ‘जाणता राजा’ महानाट्य के दूसरे दिन हुआ भव्य आयोजन

आगरा। दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित ऐतिहासिक ‘जाणता राजा’ महानाट्य के दूसरे दिन छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन, स्वराज्य की भावना और राष्ट्रभक्ति के आदर्शों की गूंज आगरा की पावन भूमि पर सुनाई दी। कार्यक्रम का शुभारंभ मां तुलजा भवानी की आरती से हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री एवं आगरा सांसद प्रो. एस.पी. सिंह बघेल, विशिष्ट अतिथि महामंडलेश्वर आचार्य राम चरण दास महाराज (शंकराचार्य रामभद्राचार्य जी के उत्तराधिकारी), उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री प्रकाश, मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह, डीआईजी शैलेश कुमार, संस्थापक आशीष गौतम भैया तथा स्वागत समिति अध्यक्ष राकेश गर्ग, सीए संजीव माहेश्वरी आदि उपस्थित रहे।
शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर राष्ट्रवाद की भावना जगाएं: प्रो. बघेल
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने कहा कि “छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महान पुरुषों का सम्मान ही हमें सच्चे राष्ट्रवाद की प्रेरणा दे सकता है।” उन्होंने कहा कि आगरा की जनता को गर्व होना चाहिए कि इस नगर के सिपाहियों ने औरंगजेब की कैद से शिवाजी और संभाजी महाराज को मुक्त कराने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। बघेल ने कहा कि शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज की स्थापना कर स्वतंत्रता की ज्योति प्रज्ज्वलित की, गोरिल्ला युद्धकला को विकसित किया, भारत की पहली नौसेना बनाई और शासन को लोककल्याणकारी स्वरूप देने के लिए अष्टप्रधान मंडल की स्थापना की।
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि “जो समाज अपने पुरखों का सम्मान नहीं करता, वह कभी आगे नहीं बढ़ता। ऐसे मंचनों से सोच में परिवर्तन और संघर्ष की प्रेरणा मिलती है।”
आगरा का गौरवशाली योगदान: शिवाजी की मुक्ति की कहानी
प्रो. बघेल ने कहा कि औरंगजेब ने छलपूर्वक शिवाजी और संभाजी महाराज को आगरा में कैद किया था, परंतु यहां के हिंदू सिपाहियों और सेवकों ने लड्डू के टोकरों में छिपाकर उनकी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया।
उन्होंने कहा, “हमारे माथे पर कोई कलंक नहीं है, क्योंकि औरंगजेब हमारा पुरखा नहीं। हमारे सच्चे पुरखे राणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, शिवाजी-संभाजी महाराज, जीजाबाई, महाराजा सूरजमल और गुरु नानक हैं।”
“इतिहास से लें प्रेरणा, पश्चिम से नहीं”
प्रो. बघेल ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता की प्रेरणा पश्चिमी देशों से नहीं, बल्कि अपने इतिहास से मिली। उन्होंने युवाओं से कहा कि “आज बच्चे मिकी माउस और हैरी पॉटर को जानते हैं, लेकिन जीजाबाई और समर्थ रामदास को नहीं पहचानते।”
उन्होंने कहा कि यदि इस मंचन से एक भी युवा शिवाजी की तरह राष्ट्रप्रेम का भाव धारण कर ले, तो यह आयोजन सार्थक हो जाएगा।
“स्वराज्य के सिद्धांतों से युवाओं को करें जागृत” — महामंडलेश्वर आचार्य राम चरण दास
विशिष्ट अतिथि महामंडलेश्वर आचार्य राम चरण दास महाराज ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन सनातन संस्कृति की रक्षा का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “शिवाजी ने ‘स्वधर्मे निधनं श्रेयः, परधर्मो भयावहः’ का सिद्धांत अपनाकर भारतवर्ष को स्वराज्य का पाठ पढ़ाया।”
आचार्य जी ने कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्कृत श्लोकों के माध्यम से श्रीराम और गुरु परंपरा का वंदन किया। उन्होंने कहा, “अयोग्यो पुरुषो नास्ति, योजकस्तत्र दुर्लभः।” — कोई व्यक्ति अयोग्य नहीं होता, लेकिन संयोजक दुर्लभ होता है, और दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक आशीष भैया ने वह कार्य कर दिखाया है।
नायक और सद्गुरु की परंपरा: राम से शिवाजी तक
महामंडलेश्वर ने कहा कि भारत में हर महानायक को किसी न किसी सद्गुरु का मार्गदर्शन मिला। श्रीराम को वसिष्ठ, श्रीकृष्ण को संदीपनि मुनि और शिवाजी को समर्थ गुरु रामदास जी का सान्निध्य प्राप्त था।
उन्होंने कहा कि आज जब समाज में युवाओं को भटकाने की साजिशें चल रही हैं, तब आगरा की यह धरती सनातन संस्कृति और राष्ट्रप्रेम का संदेश पूरे देश में प्रसारित कर रही है।
युवाओं के लिए प्रेरणादायक संदेश
महामंडलेश्वर ने युवाओं से कहा कि जैसे महात्मा गांधी ने सत्यवादी हरिश्चंद्र के नाटक से जीवनभर सत्य का मार्ग अपनाया, वैसे ही इस महानाट्य को देखकर युवा शिवाजी के आदर्शों को जीवन में उतारें।
उन्होंने युवाओं की भारी उपस्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “डिस्को और क्लबों की होड़ के इस दौर में जो युवा यहां आए हैं, वे भारत के भविष्य के सच्चे निर्माता हैं।”
इनकी रही उपस्थिति
दिव्य प्रेम सेवा मिशन के कार्यकारी अध्यक्ष संजय चतुर्वेदी, मिशन के उपाध्यक्ष, महेश चतुर्वेदी, अभय कुमार पाल, विधायक छोटेलाल वर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, अभिनव मौर्य, दैनिक जागरण आगरा और अलीगढ़ यूनिट हैड अवधेश माहेश्वरी, हिंदुस्तान समाचार पत्र के संपादक मनोज पवार, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री दादा वेदक जी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा, दीपक ऋषि, संत बाबा प्रीतम सिंह, ललित शर्मा, गोविद दुबे, मोनू दुबे, दिग्विजय नाथ तिवारी, राहुल जोशी, चेतन गर्ग, पंकज पाठक, मधु बघेल, मनीष थापक, जिला पंचायत सदस्य मोहित सोलंकी आदि उपस्थित रहे।