आगरा के खंदौली क्षेत्र में बिजली विभाग की गंभीर लापरवाही लगातार चर्चा में है। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग ने हाल ही में पुराने मीटर उखाड़कर नए मीटर लगा दिए, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण काम, नई केबल लगाना, अब तक नहीं किया गया।
जिसके चलते नए मीटर अब भी पुराने, जर्जर और खतरे से भरे तारों पर ही चल रहे हैं। यह स्थिति न सिर्फ तकनीकी तौर पर गलत है बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा भी साबित हो सकती है।
नई सरकारी केबल आखिर जा कहाँ रही है? ग्रामीणों के तीखे सवाल:
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा सप्लाई की गई नई केबल उपभोक्ताओं तक पहुंचती ही नहीं। इससे यह बड़े पैमाने पर सवाल उठ रहा है कि सरकारी केबल आती कहाँ है? उपभोक्ताओं को क्यों नहीं दी जा रही?
क्या विभागीय स्तर पर कालाबाजारी हो रही है?
ग्रामीणों का कहना है कि विभाग ने केवल मीटर बदलकर एक दिखावटी कार्रवाई की है, जबकि वास्तविक समस्या, कनेक्शन व केबल का न लगना, आज भी जस की तस है।
ग्रामीणों की पीड़ा, “मीटर नया, तार पुराने… जिंदगी खतरे में डालकर बिजली चलाएँ क्या?”
उपभोक्ताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “हमने कनेक्शन का पैसा जमा किया, मीटर भी नया लगा दिया गया, पर केबल और नया कनेक्शन आज तक नहीं मिला। पुरानी तारें कभी भी हादसा करा सकती हैं। अगर कुछ हो गया तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?” कस्बे में दर्जनों घरों की यही स्थिति है, और लोग मजबूरी में पुराने तारों पर बिजली चला रहे हैं।
उच्च अधिकारियों से तुरंत संज्ञान लेने की मांग:
ग्रामीणों ने मांग की है कि बिजली विभाग के कर्मचारी, जेई–एसडीओ, और उच्च अधिकारी इस गंभीर समस्या को तुरंत संज्ञान में लें और खंदौली क्षेत्र में, सभी घरों में नई सरकारी केबल लगवाएँ। पुराने तार और अधूरे कनेक्शन तुरंत हटाएँ। नई मीटरों को विधिवत सुरक्षित तरीके से जोड़ा जाए। सरकारी केबल की आपूर्ति की जांच कराई जाए। लापरवाही पर जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए
खंदौली के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ तो वे सामूहिक रूप से उच्च अधिकारियों से मिलकर शिकायत करेंगे और धरना-प्रदर्शन पर भी उतर सकते हैं।





