बाह। प्राथमिक विद्यालय युडियापुरा में मंगलवार को बाल दिवस बड़े ही उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक हेमन्त सिंह ने की। इस अवसर पर बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया और बाल दिवस का महत्व जाना।प्रधानाध्यापक हेमन्त सिंह ने बताया कि बाल दिवस 14 नवम्बर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। चाचा नेहरू बच्चों से अत्यधिक प्रेम करते थे, इसलिए उनके जन्म दिवस को ‘बाल दिवस’ के रूप में मनाने की परंपरा वर्ष 1957 से शुरू हुई। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि, “सुविधाओं का अभाव भले हो, लेकिन पढ़ाई में कभी अभाव नहीं होने दूंगा। बच्चे ही राष्ट्र का भविष्य हैं। आज यहां मौजूद हर बच्चा भविष्य में डॉक्टर, डीएम, टीचर या किसी बड़े पद पर पहुंच सकता है।”
कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख बाह लाल सिंह चौहान ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। खंड शिक्षा अधिकारी अमलाथ अनुपस्थित रहे, जिसकी जानकारी प्रधानाध्यापक ने दी।
प्रधानाध्यापक हेमन्त सिंह ने अपने प्रेरक शब्दों में संघर्ष और संकल्प की कविता भी सुनाई—
“मैं पत्थर पर लिखी इबादत हूँ, शीशे से कब तक तोड़ोगे,
मिटने वाला मैं नाम नहीं— तुम मुझको कब तक रोकोगे…”
बच्चों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।





