आगरा। कृष्णा बाग कॉलोनी, गली नंबर–8 की स्थिति इन दिनों किसी नाले से कम नहीं दिख रही है। हालत यह है कि यहां रहने वाले परिवार अपने ही घरों से निकलने के लिए रोज़ जोखिम उठाने को मजबूर हैं। गली में जमा बदबूदार और गंदे पानी ने पूरे इलाके को बीमारियों के खतरे में डाल दिया है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग अब यहां से पलायन पर विचार कर रहे हैं। क्षेत्रीय पार्षद वार्ड 32 के यशपाल सिंह के क्षेत्र की यह गली लंबे समय से उपेक्षा का शिकार बनी हुई है, लेकिन अब समस्या इतनी विकराल हो गई है कि रोज़मर्रा का जीवन प्रभावित हो चुका है।
गली में सीवर और नाले का पानी महीनों से भरा हुआ है। बारिश न होने के बाद भी पानी निकलने का कोई इंतज़ाम न होने के कारण यह पूरा रास्ता दलदल बन चुका है। गली इतनी भर गई है कि दोनों ओर के घरों के सामने खड़े लोगों को भी बदबू, मच्छरों और संक्रमण का खतरा लगातार बना रहता है। हालात यह हैं कि लोग सुबह दरवाज़ा खोलते ही गंदे पानी का दृश्य देखते हैं।
तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि स्थानीय लोगों ने अपने घरों के आगे मिट्टी से भरे कट्टे डालकर खुद ही रास्ता बनाया हुआ है, ताकि कम से कम घर से बाहर निकलना संभव हो सके। कई घरों के सामने अस्थायी लकड़ी और ईंटों से रास्ता तैयार किया गया है, पर फिसलन और गंदे पानी के चलते बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग बाहर निकलने से डरते हैं। गली में चलना मानो किसी नाले में उतरने जैसा हो गया है। लोगों का कहना है कि बार–बार शिकायत करने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी मौके पर दिखने तक नहीं आए हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बीमारी का खतरा बढ़ गया है। छोटे बच्चे त्वचा संबंधी संक्रमण, बुखार और मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। कई बार लोगों ने खुद ही नाला साफ करने की कोशिश की लेकिन स्थायी समाधान न होने से समस्या जस की तस बनी हुई है।
गली नंबर–8 के निवासियों का कहना है कि यदि समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ तो वे मजबूरी में घर छोड़कर दूसरे क्षेत्रों में रहने को विवश हो जाएंगे। उनका कहना है कि क्षेत्रीय पार्षद से लेकर नगर निगम तक सभी को कई बार शिकायतें दी गईं, लेकिन किसी ने भी स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया।
कृष्णा बाग कॉलोनी की यह गली प्रशासन की लापरवाही का सीधा उदाहरण बन चुकी है। लोगों की मांग है कि तुरंत सीवर लाइन की सफाई, पानी निकासी और रास्ते की मरम्मत कराई जाए, ताकि बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि समस्या जल्द नहीं सुलझाई गई तो वे सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन करने को भी तैयार हैं।





