सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के मास्टरमाइंड वीरेंद्र चारण के पिता एडवोकेट नरेंद्र चारण ने दुखी मन से अपने ही बेटे से मिलने की मांग की. नरेंद्र चरण का कहना है कि उनके बेटे ने राज्य को अराजकता में डाल दिया है और इसलिए समाज में उसके लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने कहा कि वीरेंद्र को मौत की सजा दी जानी चाहिए और उनकी हत्या के बाद राजू तेहट और सुखदेव सिंह के परिवार के सदस्यों से माफी भी मांगी जानी चाहिए।
2007 में वितरित
वीरेंद्र चरण के पिता नरेंद्र ने कहा कि गांव में एक लड़की से छेड़छाड़ के बाद मैंने उसे खेत में पीटा और घर से बाहर निकाल दिया. इसके बाद मैंने उसे घर से बाहर निकाल दिया.’ तब से उसे घर में कोई जगह नहीं मिली. उनके घर में उनकी कोई फोटो या कोई चीज़ भी नहीं है. गौरतलब है कि वीरेंद्र चारण सुजानगढ़ के सदर थाने के इतिहासकार हैं. जो कई मामलों में भाग जाता है.
5 दिसंबर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई थी.
5 दिसंबर को राजस्थान की राजधानी जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके घर में तोड़फोड़ के दौरान हत्या कर दी गई थी. पुलिस के मुताबिक, हमलावर एक विशेष योजना के तहत प्रदर्शन करने के बहाने गोगामेड़ी के घर में घुसा और लंबी बातचीत के बाद गोलीबारी शुरू कर दी. दोनों आतंकियों ने अपने साथी गोगामेड़ी और नवीन शेखावत की भी गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि उनका परिचित अजीत हमले में घायल हो गया.
इस पूरे नरसंहार की जिम्मेदारी रोहित गोडार्ड के गिरोह ने ली है. लॉरेंस बिश्नोई गैंगस्टर गैंग से जुड़े रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली तो हड़कंप मच गया. वायरल पोस्ट में यह भी कहा गया है कि गोगामेड़ी अपने गैंग के दुश्मनों को समर्थन और मजबूत कर रहा है.