कैप्टन अंशुमन की पत्नी पैसे और सामान लेकर रफूचक्कर! शहीद के बेबस माता पिता का अब कौन बनेगा सहारा? जिस बहू को लाड़ प्यार से दुलारा उसी ने छीन लिया बुजुर्ग माता पिता का सहारा कीर्ति चक्र लेते समय पूरा देश था शहीद की पत्नी के साथ लेकिन अब हर कोई कर रहा बुराई |
मां बाप जब अपने बेटे को देश की सरहद पर फौजी बनाकर भेजते हैं तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। वही बेटा जब दुश्मनों से लोहा लेते लेते शहीद हो जाता है तो माता पिता के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है। लेकिन जब एक बेसहारा माता पिता से उनके शहीद बेटे का सम्मान छीन लिया जाए तो उस मां बाप के लिए जीवन में इससे बड़ा कोई दुख नहीं हो सकता। शहीद कैप्टन अंशुमन सिंह की कहानी तो आपने सुनी ही होगी। उनकी पत्नी को राष्ट्रपति के हाथों कीर्ति चक्र लेते हुए देखकर शायद आपकी भी आंखे नम हो गई होंगी। लेकिन शहीद अंशुमन की पत्नी के इस कारनामे को आप सुनेंगे तो शायद आप खुद को रोक नहीं पाएंगे।
बता दें कि पिछले साल सियाचिन में एक आर्मी बेस पर लगी आग में अपने साथियों की जान बचाते हुए कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए थे। उनकी बहादुरी के लिए हाल ही में उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। अंशुमान सिंह की पत्नी और मां ने राष्ट्रपति के हाथों कीर्तिचक्र ग्रहण किया। हालांकि इस सम्मान के बाद अंशुमान सिंह के परिवार में विवाद की खबरें आ रही हैं, अंशुमान सिंह के माता-पिता ने शहीद अंशुमान सिंह की पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। माता पिता ने कहा है कि हमारा बेटा शहीद हो गया। लेकिन अब बहू ने सब कुछ छीन लिया है, ऐसा उन्होंने आरोप लगाया है। शहीद अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह और मां मंजू देवी ने 5 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों कीर्ति चक्र पुरस्कार स्वीकार किया। लेकिन बाद में अंशुमन के माता-पिता ने मीडिया से बात करते हुए बहू पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हमारा बेटा वीरतापूर्ण मौत मरा। लेकिन हमें कुछ नहीं मिला। सम्मान और सहायता के रूप में मिली रकम बहू ने ले ली। हमारा बेटा चला गया और हमारी बहू भी चली गई।इस मौके पर अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह ने कहा कि ‘नेक्ट टू किन’ के लिए तय मापदंड में बदलाव की जरूरत है। इसके लिए मैंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा की है। इसके अलावा मैंने दो दिन पहले राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान भी इसे बदलने की बात कही थी। मेरे बेटे की शादी वीरमरण से पांच महीने पहले हुई थी। उसकी कोई संतान नहीं है। तो आज हमारे पास उनकी फोटो के अलावा कुछ नहीं बचा है।इस बीच, अंशुमान सिंह के माता-पिता ने दावा किया कि उनकी बहू अब उन्हें छोड़ चुकी है। कीर्तिचक्र ग्रहण करते समय अंशुमान की माँ उनके साथ थीं। लेकिन अब हमारे पास अपने बेटे की फोटो पर लगाने के लिए कुछ भी नहीं है। जो हमारे साथ हुआ वो किसी के साथ ना हो। हालांकि शहीद अंशुमान सिंह के माता-पिता के आरोपों पर उनकी पत्नी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। शहीद के माता पिता के साथ में एक औरत के इस व्यवहार को क्या नाम देंगे आप? एक बार अपनी राय हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
ब्यूरो रिपोर्ट Tnf Today