आगरा। शनिवार रात विजयदशमी के मौके पर रामलीला मैदान के बीच में खड़ा 120 फुटा ऊंचा रावण का पुतला 15 मिनट में रेत के ढेर में तब्दील हो गया। रात लगभग 12:10 बजे रिमोट का बटन दबते ही धू-धू कर जल उठा। इससे पहले रामलीला मैदान पर जोरदार आतिशबाजी हुई। जिसे देखने के लिए रामलीला मैदान लोगों की भीड़ से पूरी तरह से भरा हुआ था। रावण का वध होते ही रामलीला मैदान जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। असत्य पर सत्य की विजय देखने के लिए शाम से ही दर्शक मैदान पर पहुंच गए थे। पहले तो स्वरूपों ने मंच पर रावण वध और उससे पहले की लीला का मंचन किया। इसके बाद यहां जोरदार आतिशबाजी हुई। लगभग एक घंटे तक आतिशबाजी हुई। आसमान अलग-अलग रंग में रंगता नजर आया।
विजयदशमी पर रामलीला मैदान के अलावा सेंट जोंस, रेलवे मैदान पर भी रावण के पुतले का दहन हुआ। इसके अलावा कई कालोनियों और सोसायटियों में भी रावण के पुतले बनाए गए। मुस्लिम कारीगर ने बनाया रावण का पुतला रामलीला मैदान जिस 120 फुट ऊंचे रावण के पुतले का दहन हुआ, उसे मथुरा के 80 वर्षीय जाफर अली ने अपनी टीम के साथ तैयार किया है। इस पुतले का पहले धड़ तैयार किया गया और फिर इसका सिर। ये पुतला इतना विशाल है कि इसे उठाने के लिए क्रेन की मदद लेनी पड़ी। इसे देखने के लिए शहर ही नहीं, आसपास के क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग आते हैं।