आगरा। आगरा के जेपी गार्डन में किराए पर रहने वाले पीड़ित शमशाद का कहना है कि वो शमसाबाद स्वास्थ्य केंद्र पर अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए गुरुवार को लेकर गया। स्टाफ नर्स नेहा ने डिलीवरी कराने से मना कर दिया। कहा कि किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाओ। बहुत मिन्नत करने के बाद स्टाफ नर्स डिलीवरी कराने के लिए तैयार हुई। लेकिन डिलीवरी के लिए 3 हजार रुपये मांगे। डिलीवरी कराने के नाम पर बाकायदा डीलिंग हुई है। 2400 रुपए स्टाफ नर्स ने लिए। 500 रुपए हॉस्पिटल की एक अन्य महिला कर्मचारी को दिलाए गए। पीड़ित शमशाद ने इस पूरे मामले की ऑनलाइन शिकायत की है।
पीड़ित शमशाद ने कहा कि इतने पैसे तो नहीं है, मैं गरीब हूं। कुछ कम कर लो। इस पर स्टाफ नर्स ने कहा कि पैसे तो इतने ही लगेंगे। हम तो डिलीवरी करना ही नहीं चाहते हैं। अगर डिलीवरी करानी है तो पैसे का इंतजाम करो। शमशाद ने उधार लेकर 3 हजार रुपये इकट्ठे कर नेहा को दिए। 2400 रुपये नेहा ने लिए और 600 रुपये केंद्र पर काम करने वाली एक अन्य महिला कर्मचारी को देने को कहा।