यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव कल 20 नवंबर को मतदान होगा। मैनपुरी की करहल सीट पर सपा और भाजपा में कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। वैसे तो मैनपुरी को मुलायम का गढ़ कहा जाता है लेकिन इस बार भाजपा ने यहां से मुलायम के दामाद के टिकट देकर समीकरणों को उलझा दिया है। सपा ने इस सीट से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद तेजप्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया है भाजपा ने मुलायम सिंह के दामाद अनुजेश यादव को प्रत्याशी बनाया है सपा के गठन के बाद से 2002 के चुनाव को छोड़कर सपा की बादशाहत बरकरार रही। 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह यादव यहां से विधायक बने थे। इसके बाद उन्होंने सपा का दामन थाम लिया। लगातार तीन बार वे यहां से सपा के टिकट पर विधायक बने।
2022 में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जब विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया तो सोबरन सिंह ने करहल से लड़ने का प्रस्ताव रखा। अखिलेश ने करहल से चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री डॉ. एसपी सिंह बघेल को हराकर जीत दर्ज की। यहां सपा और भाजपा आमने-सामने है। दोनों ही प्रत्याशी दो दिग्गज नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद हैं। ऐसे में करहल का मुकाबला इस बार सियासत पर चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां केवल दो नेताओं की नहीं बल्कि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की भी प्रतिष्ठा का सवाल बनती जा रही है। उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे प्रदेश की नजरें इस चुनाव पर टिकी हुई हैं।
करहल सीट पर भाजपा से अनुजेश सिंह, सपा से तेजप्रताप सिंह, बसपा से अवनीश कुमार, सुनील मिश्रा (सर्व समाज जनता पार्टी), प्रदीप (आजाद समाज पार्टी काशीराम), विवेक यादव (सर्वजन सुखाय पार्टी), सचिन कुमार (निर्दलीय) प्रत्याशी है