प्रयागराज एक्सप्रेस के एसी कोच में बिना टिकट यात्रा करते फर्जी अधिकारी पकड़ा गया। उसके साथ पांच अन्य लोग भी सफर करते मिले। टीटीई ने जब टिकट मांगी तो खुद को रेलवे बोर्ड का अधिकारी बताकर रौब झाड़ने लगा, लेकिन जब सच सामने आने पर पसीने छूट गए।
प्रयागराज एक्सप्रेस के एसी कोच में परिवार सहित बिना टिकट सफर करते फर्जी अधिकारी पकड़ा। जांच के वक्त उससे टिकट माँगा गया तो तो खुद को रेलवे बोर्ड का अधिकारी बताकर रौब जमाने लगा। लेकिन जब सच सामने आया तो उसके पसीने छूट गए। जब ट्रेन में टिकट निरीक्षक ने उससे टिकट माँगा तो उसने कहा कि मैं रेलवे रोड में अधिकारी हूँ। बता दें कि उसके साथ उसका पूरा परिवार भी था।
रेलवे वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि डीआरएम तेज प्रकाश अग्रवाल के निर्देश पर ट्रेनों में सघन जांच अभियान चल रहा है। ट्रेन संख्या 20403 प्रयागराज एक्सप्रेस में कानपुर-इटावा के बीच जांच के दौरान एक व्यक्ति काली हाफ जैकेट पहने एसी कोच में अपने परिवार के सदस्यों के साथ सफर कर रहा है।
टीटीई ने टिकट दिखाने के लिए कहा तो वह अपने को रेलवे बोर्ड का अधिकारी बताने लगा। उसके हावभाव से संदेह होने पर आईकार्ड दिखाने के लिए कहा गया। तो उसने कार्ड दिखाने से मना कर दिया। जब उससे आईडी दिखने पर जोर दिया गया तो वह उस पर घबरा गया। जिसके बाद उसे जीआरपी इटावा को सौंप दिया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम कृष्णा कुमार बताया है। उसने बताया कि वह कानपुर से मथुरा जा रहा था। वो इससे पहले भी कई बार इस प्रकार यात्रा कर चुका है।