आगरा। थाना बरहन क्षेत्र में अवैध संबंध और ब्याज के रुपए के चलते रिश्ते के भतीजों ने महिला के साथ मिलकर अपने चाचा की हत्या कर दी। शव को घर में छिपाए रखा। रात को गांव के बाहर खेतों में ले जाकर शव को दफन कर दिया। इसके बाद मृतक के बेटे को पिता के लापता होने की बात कही। आरोपी मृतक के बेटे के साथ पिता को तलाशने का नाटक करते रहे। पुलिस ने शव को बरामद कर आरोपियों को पकड़ लिया है। मुरैना के खरका गांव के रहने वाले रामप्रेमी सिकरवार की बरहन के कटका गांव में ननिहाल है। उन्होंने गांव में अपने रिश्ते के भतीजे समेत अन्य कई लोगों को ब्याज पर रुपए दे रखे हैं। वो हर दो माह में ब्याज लेने के लिए गांव में आते थे। 29 नवंबर को भी वो मुरैना से गांव में आए। एक दिसंबर को रामप्रेमी के बेटे अजीत ने थाना बरहन में बताया कि उनके पिता लापता हो गए हैं। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू की। रिश्तेदारों से पूछताछ की, उन्होंने जानकारी न होने की बात कही। सीडीआर और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने करीब एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए उठाया। पूछताछ में रिश्तेदार तेजवीर, राहुल, वीरेंद्र और विजय ने रामप्रेमी की हत्या कर शव को खेत में दफनाने की बात स्वीकार कर ली।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रामप्रेमी से उन्होंने रुपए उधार लिए थे। इसके अलावा उनके गांव की महिला सुनीता से भी संबंध थे। उस महिला से तेजवीर के भी संबंध थे। इससे तेजवीर रंजिश मानता था। तेजवीर ने ही रामप्रेमी की हत्या की साजिश रची। उसने ही रामप्रेमी सिकरवार को फोन कर ब्याज के रुपए लेने के लिए बुलाया था। 29 दिसंबर को रामप्रेमी सुबह करीब 10 बजे बरहन आ गए थे। तेजवीर ने अपने साथी विजय, वीरेंद्र, राहुल के साथ मिलकर दोपहर में करीब एक बजे रामप्रेमी की गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपियों ने शव को बोरे में भर कर दोपहर में उस बोरे को सुनीता के घर पर ले जाकर छिपा दिया। हत्या के बाद रात को शव को ठिकाने की योजना बनाई। सभी आरोपी और महिला सुनीता रात को करीब एक बजे शव को लेकर गांव से दूर खेत में पहुंचे। यहां उन्होंने गड्ढा खोदकर शव को गाढ़ दिया। पुलिस शुक्रवार को आरोपियों को खेत पर ले गई। उनकी बताई जगह पर खुदाई करवाई तो बोरे में बुजुर्ग का शव मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।