- तेज सर्दी से किसानों को अच्छी फसल की उम्मीद है वहीं दूसरी तरफ गौवंश फसल को कर रहे हैं नष्ट
फतेहाबाद। तहसील फतेहाबाद क्षेत्र में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है जिसको लेकर किसानों में चिंता और बढ़ने लगी है जैसे ही सर्दी का समय शुरू हो गया है इसी को लेकर किसानों को अपनी फसल की रखवाली के लिए देर रातों में जागना पड़ रहा है वहीं किसानों का कहना है कि इस समय अगर सर्दी ऐसी ही रही तो और जंगली जानवरों का आतंक ना रहे तो उनकी फसल में अच्छी पैदावार होगी जब किसानों से इसको लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया किसानों ने डेढ़ माह पहले रबी की फसल की बुवाई कर दी थी। अब किसान आलू,गेहूं, सरसों और प्याज की फसल में जरूरत मुताबिक पानी लगा रहे हैं। साथ ही फसलों को विभिन्न रोगों व कीटों से बचने के लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव भी कर रहे हैं। इस समय क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक चल रहा है। किसानों की सबसे ज्यादा उम्मीद आलू, सरसों, गेहूं की फसलों पर है।
किसानों का कहना है कि रबी की फसल के लिए एक निश्चित तापमान की आवश्यकता होती है। जो अभी चल रहा है। साथ ही कोहरे व धुंध के साथ सुबह, शाम और रात की ओस भी पड़ रही है। इससे फसल के बीज का उत्पादन भी बढ़ जाता है, और पैदावार भी अच्छी होती है। यदि पूरी जनवरी माह में सर्दी का असर बना रहता है तो गेहूं की फसल में बंपर पैदावार होगी। दिसंबर के आखरी सप्ताह व जनवरी के पहले सप्ताह से सर्दी पड़ रही है। उससे अच्छे उत्पादन की उम्मीदें है। वहीं एक तरफ किसानों को जंगली जानवरों और आवारा गौवंशों से अपनी फसल को नुकसान की चिंता सता रही है उसे बचाने के लिए रातों में जागना पड़ रहा है और किसानों का कहना है कि मौसम तो साथ दे रहा है परंतु जंगली जानवर और गोवंश उनकी पूरी फसल को बर्बाद करने में लगे हैं जिसको लेकर उन्होंने लाखों की लागत से फसल को बचाने के लिए कटीले तारों और कैमरा की भी लगाए गए हैं। परंतु गोवंश की मात्रा ज्यादा होने के कारण रात-रात भर जागना पड़ता है और सर्द रात में अपने साथ-साथ फसल की रखवाली करनी पड़ती है।
छुट्टा गौवंश से अपनी फसल बचाने के लिए किसानों को सर्द रातों व घने कोहरे के बीच ठिठुरते हुए मचान पर बैठकर रखवाली करने को मजबूर होना पड़ रहा है। अंधेरी रात में पशुओं से रखवाली के लिये टार्च की रोशनी ही किसानों का सहारा बनी हुई है।

