नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस परेड में डीआरडीओ रक्षा कवच थीम पर आधारित झांकी का प्रदर्शन भी करेगा। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर किए गए काम और नवाचारों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इस झांकी में जहां हॉवित्जर तोप की झलक दिखेगी, तो देश के दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए तैयार किए गए लेजर हथियार भी नजर आने लगे हैं। डीआरडीओ ने झांकी की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
गणतंत्र दिवस परेड को लेकर खूब तैयारियां चल रही हैं। परेड में डीआरडीओ रक्षा कवच थीम पर आधारित झांकी का प्रदर्शन भी करेगा। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर किए गए काम और नवाचारों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इस झांकी में जहां हॉवित्जर तोप की झलक दिखेगी, तो देश के दुश्मनों का मुकाबला करने के लिए तैयार किए गए लेजर हथियार भी नजर आने लगे हैं। डीआरडीओ ने झांकी की भी तैयारियां पूरी कर ली हैं। गणतंत्र दिवस परेड में डीआरडीओ की रक्षा कवच थीम पर आधारित झांकी में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम, कैल एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम, ड्रोन का पता लगाने, रोकने और नष्ट करने वाले सिस्टम, सैटेलाइट आधारित निगरानी प्रणाली, मध्यम शक्ति का रडार अरुधरा, हल्के वजन वाले टारपीडो, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली वाला धर्मशक्ति, लेजर आधारित ऊर्जा हथियार और कम दूरी वाली वायु रक्षा प्रणाली, स्वदेशी सुरक्षित सैटेलाइट फोन और असॉल्ट राइफल भी होगी।
इसके अलावा झांकी में पोस्टरों के जरिये लंबी दूरी की हाइपरसोनिक एंटी शिप मिसाइल, लाइट वेट बुलेट प्रूफ जैकेट अभेड, दिव्यास्त्र, जोरावर लाइट टैंक, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो सिस्टम की भी तस्वीरें दिखाई`गई होंगी। झांकी में डीआरडीओ प्रलय हथियार प्रणाली के उपकरण भी प्रदर्शित करता हुआ नज़र आएगा। परेड के दौरान विभिन्न सशस्त्र बलों की टुकड़ियां डीआरडीओ के नागा मिसाइल सिस्टम, पिनाका, ब्रह्मोस, शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम और आकाश हथियार प्रणाली का भी प्रदर्शन करती हुई नज़र आयेगी।
स्वर्णिम भारत- विकास और विरासत थीम पर होगी परेड; इस बार 26 जनवरी परेड की थीम ‘स्वर्णिम भारत- विकास और विरासत की है।’ इस खास समारोह का साक्षी देश-विदेश से आए लोग भी बनेंगे। परेड में भारतीय सेना अपनी स्वदेशी और आधुनिक सैन्य ताकत का भी प्रदर्शन करेगी। इसमें आपको नाग मिसाइल सिस्टम, टी-90 भीष्म टैंक, सारथ टैंक, ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर, चेतक ऑल टेरेन व्हीकल, बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन, अग्निबाण मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर जैसे अत्याधुनिक हथियार और वाहन भी दिखाए जाएंगे। परेड विजय चौक से शुरू होगी और कर्तव्य पथ से होते हुए लाल किले तक ही जाएगी। जहां पहले 300 आर्टिस्ट्स के साथ इस परेड की ही शुरुआत की जाएगी तो वहीं फिर 18 मार्चिंग कंटिजंट, 15 बैंड और 31 तबलू भी शामिल होंगे। साथ ही कुल 5 हजार कलाकार कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे।