उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र में नगला पोहपी गांव में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। एक मोबाइल फोन को कुएं से निकालने की कोशिश में चाचा चंद्रवीर और उनके दो भतीजे ध्रुव कुमार व अजय कुमार की जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मौत हो गई। रेस्क्यू ऑपरेशन में फायर ब्रिगेड की देरी और खराब ऑक्सीजन सिलिंडर ने स्थिति को और भयावह बना दिया। ग्रामीणों का गुस्सा तब भड़क उठा जब उन्हें पता चला कि फायर ब्रिगेड लीक हो रहे सिलिंडर के साथ पहुंची थी। तीन घंटे की मशक्कत के बाद तीनों के शव बाहर निकाले गए।
हादसे का क्रम और रेस्क्यू में लापरवाही
दोपहर करीब एक बजे ध्रुना का मोबाइल कुएं में गिर गया। उसे निकालने के लिए ध्रु पहले कुएं में उतरा, फिर अजय और अंत में चंद्रवीर। तीनों जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। ग्रामीणों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी। फायर ब्रिगेड दोपहर 2:10 बजे पहुंची, लेकिन ऑक्सीजन सिलिंडर लीक होने के कारण रेस्क्यू में देरी हुई। दूसरा सिलिंडर लाने में एक घंटे से ज्यादा समय लगा। इस दौरान एडीएम विशु राजा, एसडीएम डॉ. गजेंद्रपाल सिंह और फायर ब्रिगेड प्रभारी बृजेश कुमार ने लीक सिलिंडर को ठीक करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। दोपहर 2:39 बजे एफएसओ सतेंद्र पांडेय के पहुंचने और 3:10 बजे दूसरा सिलिंडर आने के बाद रेस्क्यू शुरू हुआ। चंद्रवीर, अजय और ध्रुव के शव क्रमशः 3:30, 4:00 और 5:10 बजे निकाले गए।
ग्रामीणों का आक्रोश और परिवार का दर्द
फायर ब्रिगेड की लापरवाही से गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। सीओ प्रवीण तिवारी और इंस्पेक्टर अनुज राणा ने माइक से लोगों को शांत कराया। अजय की मां अरना देवी और पत्नी पिंकी देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। वे बार-बार बेसुध हो रही थीं। ग्रामीण महिलाओं ने भी प्रशासन और फायर ब्रिगेड की लेटलतीफी की कड़ी आलोचना की। कुएं में ऑक्सीजन स्तर जांचने के लिए मोमबत्ती डाली गई, जो 10 फीट नीचे बुझ गई, जिससे जहरीली गैस की पुष्टि हुई। रेस्क्यू के दौरान दो फायरकर्मियों की तबीयत भी बिगड़ गई।
रेस्क्यू की चुनौतियां
सीएफओ सतेंद्र पांडेय ने बताया कि रेस्क्यू में 10 ऑक्सीजन सिलिंडर इस्तेमाल हुए। कुएं में ऑक्सीजन की कमी और जहरीली गैस ने बचाव कार्य को जटिल बना दिया। यह हादसा प्रशासनिक तैयारियों और आपातकालीन सेवाओं की कमियों को उजागर करता है। गांव में मातम पसरा है और परिवारजन सदमे में हैं।