आगरा में बनेगा शिवाजी स्मारक, 50 फीट ऊंची प्रतिमा बनेगी उत्तर-दक्षिण की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक

आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज की 50 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो न सिर्फ वीरता का प्रतीक होगी, बल्कि उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक एकता की मिसाल भी बनेगी। यह स्मारक आगरा के कोठी मीना बाजार क्षेत्र में स्थित टीले पर बनाया जाएगा, जिसे ऐतिहासिक रूप से भी खास माना जाता है। इतिहासकारों के अनुसार, यहीं स्थित राजा जय किशन दास की कोठी में मुगल बादशाह औरंगजेब ने शिवाजी को कैद किया था, जहां से उन्होंने चतुराई से भाग निकला था। इस गौरवशाली इतिहास को सम्मान देने के लिए महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयासों से इस स्मारक का निर्माण किया जाएगा।

प्रस्ताव के अनुसार, स्मारक स्थल पर 2946 वर्ग मीटर जमीन की खरीद के लिए जिला प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेजा है, जिसकी स्वीकृति मिलते ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जमीन उत्तर प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी, जबकि निर्माण कार्य महाराष्ट्र सरकार की ओर से किया जाएगा। इस स्थान को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें लाइट एंड साउंड शो, छत्रपति शिवाजी से जुड़ा संग्रहालय और ऐतिहासिक झलकियों से युक्त विशेष आयोजन भी होंगे।

कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, जो लंबे समय से इस परियोजना के लिए प्रयासरत हैं, ने इसे उत्तर और दक्षिण भारतीयों के दिलों को जोड़ने वाला एक भावनात्मक और सांस्कृतिक कदम बताया है। उनके अनुसार, यह स्मारक उन लोगों को करारा जवाब होगा जो उत्तर-दक्षिण के बीच वैचारिक दूरी बढ़ाते हैं। यह स्मारक न केवल शिवाजी महाराज के शौर्य की गाथा को जीवंत करेगा, बल्कि भारत की एकता और विविधता का भी प्रतीक बनेगा।

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