आगरा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के शास्त्रीपुरम में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने नकली दवा की चलाई जा रही फैक्ट्री पर छापा मारा। एंटीनार्कोटिक्स टीम ने फैक्टरी पर छापा मारकर इसका भंडाफोड़ किया। साथ ही इसमें शामिल दवा माफिया सहित 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।इनके कब्जे से नशीली दवाएं, उन्हें तैयार करने वाली मशीन और कच्चा सामान मिला है। जिसकी अनुमानित कीमत 8 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इन दवाओं को वे यूपी, हरियाणा, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में सप्लाई करते थे।
आगरा यूनिट के एसीपी ऑपरेशनल इरफान नासिर खान ने बताया-पुलिस को नशीली दवाओं की फैक्ट्री के बारे में इनपुट मिले थे। जिसके बाद एएनटीएफ की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर सिकंदरा थाना क्षेत्र के शास्त्रीपुरम में एक फैक्ट्री पर छापा मारा। इस दौरान पुलिस कमिश्नरेट और ड्रग विभाग की टीम भी साथ में थी। फैक्ट्री के अंदर चेकिंग में नकली दवाएं मिली। इनमें अल्प्राजोलम, अल्प्रासेफ, अल्जोसेल टेबलेट, ट्रामाडोल, प्राक्सीवेल कैप्सूल हैं। इसके अलावा फिनिश्ड और सेमी फिनिश्ड माल, पैकिंग मटीरियल, उपकरण आदि भी मिले हैं। इन सभी की अनुमानित कीमत 8 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जिसमें से मैन्यूफैक्चरिंग मशीनरी की कीमत लगभग तीन करोड़ 50 लाख और दवाओं की कीमत चार करोड़ 50 लाख रुपए है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया-वे पिछले चार महीने से सिंडिकेट बनाकर फैक्ट्री चला रहे थे। इनके पास लायसेंस भी नहीं था। दवाएं बनाने के लिए कच्चा माल, मशीनरी और पैकेजिंग मटीरियल यूपी, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली आदि से लाते थे। विजय गोयल और नरेंद्र शर्मा द्वारा मैन्यूफैक्चरिंग, लेबलिंग, सीलिंग, पैकिंग का स्टोरेज कर देश के कई बाजारों में बिक्री के लिए भेजी जाती थी। यह लोग सिकंदरा और जगदीशपुरा में भी फैक्ट्री चला चुके हैं। हर छह महीने में गोदाम और लेबर बदल देते थे। मौके से पाउडर बरामद हुआ है, जिससे दवाएं बनाते थे। पाउडर को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है, जिससे जानकारी मिल सके कि यह पाउडर क्या है।
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया-पकड़े गए आरोपियों की पहचान नरेंद्र शर्मा, विजय गोयल, अमित पाठक, अशोक कुमार, भोला कुशवाह, शिवकुमार कुशवाह, जितेंद्र कुशवाह, आलोक कुशवाह, रविकांत, लोकेंद्र कुशवाह के रूप में हुई है। सभी आगरा के रहने वाले हैं। विजय गोयल फैक्ट्री चलाता था। विजय गोयल कुछ दिन पहले ही जैल से रिहा हुआ था। उसके ऊपर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं।