प्रदर्शन और पुलिस से तनाव
लखनऊ के कैसरबाग में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बिजली कटौती और बढ़ते दामों के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस के साथ करीब एक घंटे तक धक्का-मुक्की हुई. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने उनकी जिलाध्यक्ष इरम रिजवी समेत अन्य कार्यकर्ताओं को घसीटकर और जबरदस्ती गाड़ी में बैठाया, फिर उन्हें ईको गार्डन ले जाकर छोड़ा. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और ‘घर में अंधेरा बाहर है लू जनता बोले थू थू थू’ जैसे नारे लिखे पोस्टर लहराए. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर कपड़े फाड़ने और अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया.
बिजली कटौती से जनता परेशान
AAP के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता वंश राज दुबे ने बिजली व्यवस्था पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि सरकार ने 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन भीषण गर्मी में 8 से 10 घंटे की कटौती हो रही है. इससे बच्चे, बुजुर्ग और आम लोग परेशान हैं. बाहर लू और धूप, जबकि घर में बिजली न होने से जीवन मुश्किल हो गया है. वंश राज ने बताया कि सरकार बिजली की कीमत 13 रुपये प्रति यूनिट बढ़ाने की तैयारी में है, जो आम जनता पर बोझ डालेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार गरीब विरोधी नीतियां अपना रही है और बिजली विभाग को निजी हाथों में सौंपने की योजना बना रही है, जिससे जनता की लूट बढ़ेगी.
मरीजों की जान खतरे में
वंश राज ने कहा कि बिजली कटौती के कारण मरीजों की जान जोखिम में है. बांदा से लखनऊ तक अस्पतालों में ऑपरेशन थिएटर और डायलिसिस के दौरान बिजली गुल होने से मरीज तड़प रहे हैं. कई लोगों ने इस कारण जान गंवाई है. उन्होंने सरकार पर दिल्ली-लखनऊ के राजनीतिक झगड़ों में उलझने का आरोप लगाया, जिससे जनता की समस्याएं अनदेखी हो रही हैं. AAP कार्यकर्ता दिनेश पटेल ने कहा कि वे लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की और कपड़े फाड़े. उन्होंने मांग की कि बिजली कटौती रोकी जाए और दाम न बढ़ाए जाएं.
यह प्रदर्शन लखनऊ में बिगड़ती बिजली व्यवस्था के खिलाफ जनता की नाराजगी को दर्शाता है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार को जनता की मूलभूत जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए, न कि दाम बढ़ाकर उनकी परेशानी बढ़ानी चाहिए.