मथुरा। आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने पहुंचे बुजुर्ग महिला के परिजनों के साथ अभद्रता हुई। वहां दो घंटे से सभी लोग अस्पताल के गेट पर बैठे हुए थे।
मथुरा के डीएस अस्पताल में उस समय हंगामा हो गया था, जब 96 वर्षीय बुजुर्ग महिला को आयुष्मान कार्ड देखकर भी भर्ती नहीं किया गया। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के गेट पर ही हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस तुंरत पहुंच गई। पीड़ित की सुनवाई बिल्कु नहीं हो रही है।
अधिवक्ता अभिषेक कौशिक ने बताया है कि वे अपनी 96 वर्षीय दादी को बीपी की समस्या होने पर उपचार के लिए डीएस अस्पताल में लेकर आए हुए थे। उनकी हालत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहा गया। आरोप लगाया कि अस्पताल के स्टाफ ने आयुष्मान कार्ड देखकर इलाज करने से साफ मना कर दिया। उन्होंने बताया है कि ये अस्पताल आयुष्मान की सूची में शामिल है। फिर भी उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है।
दबाव बनाने पर अस्पताल का स्टाफ उनसे झगड़ा करने लगा। इस दौरान परिजनों से बहुत बुरी तरह अभद्रता की गई। और उनके भाई का मोबाइल छीनने का प्रयास किया गया। पीड़ित की सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामला शांत कराया, लेकिन चिकित्सक फिर भी उनकी दादी को देखने तक नहीं आए।
वहीं इस मामले में डीएस हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर ललित वार्ष्णेय ने बताया है कि जो मरीज आया हुआ था उनकी उम्र काफी अधिक थी और उन्हें ब्लड प्रेशर की भी समस्या थी। मरीज के परिजन आयुष्मान कार्ड से ही इलाज करना चाहते थे। और जबकि आयुष्मान कार्ड का पोर्टल बंद पड़ा हुआ है। वह स्वयं ही सर्जन हैं। और ब्लड प्रेशर के मरीज को भर्ती कर उपचार करने पर मरीज की जान को भी खतरा हो सकता था। इसलिए उन्होंने परिजनों को दूसरी अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई थी। और इसी को लेकर मरीज के परिजनों ने हंगामा किया, हालांकि के बाद में मामला निपट गया।