जल निकासी की समस्या से परेशान स्थानीय लोग
मैनपुरी के भोगांव क्षेत्र में जलभराव ने सड़कों को बदहाल कर दिया है। खासकर प्रेम चिरैया मोहल्ले में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने से स्थिति और गंभीर हो गई है। इस समस्या का सबसे ज्यादा असर स्कूल जाने वाले बच्चों पर पड़ रहा है। हाल ही में एक मासूम बच्ची जलभराव से बचने के लिए नाले की दीवार पर चलते समय फिसलकर कीचड़ भरी सड़क पर गिर गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। वीडियो में बच्ची नाले की संकरी दीवार पर संतुलन बनाते हुए चल रही थी, लेकिन अचानक उसका पैर फिसल गया और वह सड़क पर गिर पड़ी।
घटना का विवरण
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्ची स्कूल जाने के लिए नाले की दीवार पर सावधानी से चल रही थी, ताकि जलभराव से बचा जा सके। लेकिन संतुलन बिगड़ने के कारण वह कीचड़ में गिर गई। सौभाग्य से बच्ची नाले में नहीं गिरी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। फिर भी, इस घटना ने जलभराव की गंभीर समस्या को सामने ला दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में सड़कों पर पानी भर जाना आम बात हो गई है, जिससे न केवल आवागमन में दिक्कत होती है, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा भी बढ़ जाता है। इस घटना ने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं।
समाजवादी पार्टी का हस्तक्षेप
घटना का संज्ञान लेते हुए सांसद डिंपल यादव ने त्वरित प्रतिक्रिया दी। सोमवार को समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बच्ची के घर पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने बच्ची को मिठाई दी और उसका हौसला बढ़ाया। सपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री आलोक शाक्य ने बताया कि प्रेम चिरैया मोहल्ले में जल निकासी की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। स्थानीय निवासियों ने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
प्रशासन से समाधान की मांग
जलभराव की समस्या ने न केवल दैनिक जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल दिया है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन जल निकासी की स्थायी व्यवस्था करे। बारिश के मौसम में सड़कों पर जमा पानी न केवल आवागमन को मुश्किल बनाता है, बल्कि हादसों का कारण भी बन रहा है। लोगों ने प्रशासन से नाले की सफाई और सड़कों की मरम्मत की मांग की है। यह घटना एक चेतावनी है कि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में और गंभीर हादसे हो सकते हैं।