अभिनेता टिकू तलसानिया (70) हार्ट अटैक का शिकार हुए हैं, फिलहाल उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में उनको भर्ती कराया गया था। हृदय रोग विशेषज्ञ कहते हैं, 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में हृदय की गंभीर बीमारियों और दिल का दौरा पड़ने का खतरा बहुत बढ़ता हुआ नज़र आ रहा हैं। दिग्गज अभिनेता टीकू तलसानिया हार्ट अटैक का शिकार हुए हैं जिसके बाद उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें शुक्रवार (10 जनवरी) को दिल का दौरा पड़ा, फिलहाल उनकी हालात गंभीर बनी हुई थी। जिसके कारण उनका हाली में निधन हुआ , जो अब हमारे बीच नहीं रहे। 70 वर्षीय अभिनेता ने कई टीवी सीरियल्स और फिल्मों में भी काम किया है। हार्ट अटैक और हृदय से संबंधित गंभीर समस्याएं पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से बढ़ती हुई नज़र आ रही हैं। उम्र बढ़ने के साथ इसका खतरा और भी अधिक बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है, हालांकि कम उम्र के लोग भी इसका शिकार बहुत तेज़ी के साथ हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि सीने में कुछ समस्याओं के साथ अभिनेता को उल्टी की भी शिकायत होती हुई दिखी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में तुंरत भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, 70 की उम्र में हृदय से संबंधित समस्याओं का जोखिम काफी बढ़ जाता है, जिसको लेकर सभी लोगों को सावधानी बरतते रहना चाहिए। और इस ऐसी बीमारी को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। हृदय रोग विशेषज्ञ कहते हैं, 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में हृदय की गंभीर बीमारियों और दिल का दौरा पड़ने का खतरा इतना बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है। उम्र बढ़ने के साथ हृदय की मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं में कमजोरी बहुत आने लग जाती है। 60 की उम्र के बाद रक्त प्रवाह को नियंत्रित करने वाले हार्ट वाल्व सख्त या कमजोर हो जाते हैं जिसके कारण हृदय के लिए रक्त पंप करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। उम्र बढ़ने के साथ धमनियां भी सख्त हो जाती हैं और उनका लचीलापन भी कम हो जाता है। इससे हृदय को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो जाती है जिसके कारण हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है। और लोग अपनी जान से गाबा बैठते हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की रिपोर्ट से पता चलता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली बार दिल का दौरा पड़ने की पुरुषों की औसत आयु 65.5 वर्ष और महिलाओं के लिए 72 वर्ष है। हालांकि समय के साथ ये समस्या कम उम्र के लोगों में भी बढ़ती जा रही है।
साल 2010 के एक अध्ययन में पाया गया कि 35-44 वर्ष की आयु के लोगों की तुलना में 65-74 वर्ष की आयु वालों में दिल का दौरा पड़ने की आशंका सात गुना अधिक होती है। वहीं 65-69 वर्ष की आयु के लोगों की तुलना में 80 वर्ष से अधिक आयु वालों में हार्ट अटैक की दर में दो से तीन गुना वृद्धि हो जाती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हृदय की सेहत का ख्याल रखने के लिए दो चीजों पर ध्यान देते रहना सबसे जरूरी है। पहला- कोलेस्ट्रॉल और दूसरा-ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना। वैसे तो सभी लोगों के लिए ये जरूरी है पर उम्र बढ़ने के साथ इसपर ध्यान देना औ भी आवश्यक हो जाता है।बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से दिल के दौरे की आशंका बढ़ जाती है। शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण रक्त का प्रवाह बाधित होने लगता है। इसके अलावा रक्तचाप को कंट्रोल में रखना भी आपकी सेहत को ठीक रखने के लिए आवश्यक है। हाई ब्लड प्रेशर को हार्ट अटैक के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है। इन दोनों को कंट्रोल में रखा जाना चाहिए।