- उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय सोमवार को दीप्ति शर्मा के घर बधाई देने पहुंचे
- अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से सभी का दिल जीता
- परिवार व खेल प्रेमी भव्य स्वागत की तैयारी में जुटे
महिला क्रिकेट विश्वकप में अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से दीप्ति शर्मा ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने सभी का दिल जीत लिया। अब पूरा शहर उनके आगमन का इंतजार कर रहा है। परिवार व खेल प्रेमी उनका भव्य स्वागत करने की तैयारी में जुट गए हैं।
रविवार मैच के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस पी सिंह बघेल उनके आगरा स्थित घर पहुंचे और परिवार के साथ मैच देखा व भारत की जीत पर दीप्ति के शानदार प्रदर्शन पर परिवार का मुँह मीठा कराया और ढेरो शुभकामनाये दी।
सोमवार सुबह से ही दीप्ति के घर पर लोगों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। आसपास के लोगों ने बधाई दी। वहीं, कई रिश्तेदार भी सुबह से ही घर में डटे रहे। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय सोमवार को क्रिकेटर दीप्ति शर्मा के अवधपुरी स्थित आवास पर पहुंचे। उन्होंने उनके परिजन से मुलाकात की। पिता श्रीभगवान शर्मा और मां सुशीला शर्मा का सम्मान किया।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार अपने प्रदेश की बेटी पर गर्व करती है। बेटियों ने अपने जुनून, मेहनत और अटूट लगन से वह कर दिखाया जो कभी सपना लगता था। यह जीत सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि पूरे भारत की जीत है। दीप्ति शर्मा के माता और पिता और भाई ने हमेशा बेटी को आगे बढ़ाने और खेल के प्रति जागरूक किया। आज इसी का परिणाम है कि दीप्ति की लगन और मेहनत का उजाला पूरे विश्व में फैल रहा है।
इस दाैरान क्रिकेटर दीप्ति शर्मा के घर के बाहर ढोल-नगाड़े के साथ तिरंगा लहराकर आतिशबाजी की गई। कैबिनेट मंत्री की पत्नी प्रीति उपाध्याय ने भारत माता की जयकार के साथ नृत्य कर दीप्ति शर्मा के परिवार को बधाई दी। इस अवसर पर भाजपा नेता प्रमोद गुप्ता, सुनील करमचंदानी, मीनाक्षी वर्मा, राधा मनवानी, संजय शर्मा, सुनील शर्मा, आनंद गोस्वामी आदि मौजूद रहे।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने महिला विश्वकप में शानदार जीत के लिए आगरा की क्रिकेटर और पुलिस विभाग में डीएसपी दीप्ति शर्मा को वीडियो काॅल पर बधाई दी। उनसे कहा कि आप ऐसे ही वैश्विक पटल पर देश, प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम रोशन करती रहें। उन्होंने आगरा पुलिस का आभार जताया।
विश्वकप जीतने के बाद से परिवार और शहर के तमाम लोग दीप्ति से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि उनमें से किसी का भी संपर्क उससे नहीं हो पाया। सभी को भाई सुमित से ही बात कर संतोष करना पड़ रहा था। हालांकि सोमवार शाम को दीप्ति ने अपने माता-पिता से वीडियो कॉल के जरिये बात की तो मां सुशीला की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। पिता श्रीभगवान ने दीप्ति को आशीर्वाद दिया और जल्दी घर आकर मिलने की बात कही।





