साइबर अपराध पर नकेल कसने की तैयारी
आगरा पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए ऑपरेशन कोड ब्रेक शुरू किया है। इस अभियान के तहत प्रतिबिंब पोर्टल की मदद से 250 साइबर ठगों को चिह्नित किया गया है। ये अपराधी देश के विभिन्न राज्यों में साइबर फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ चार मुकदमे दर्ज किए हैं और जल्द ही इन्हें गिरफ्तार करने की योजना है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि ये ठग फर्जी आधार कार्ड का उपयोग कर सिम कार्ड हासिल करते हैं। इसके बाद लोगों को फोन कॉल कर ठगी करते हैं। कुछ खुद को बैंक अधिकारी बताकर पैसे जमा करवाते हैं, तो कुछ निवेश के नाम पर मुनाफे का लालच देकर लोगों को झांसे में लेते हैं। सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर ब्लैकमेलिंग के जरिए भी रुपये वसूले जा रहे हैं।
प्रतिबिंब पोर्टल की भूमिका
प्रतिबिंब पोर्टल साइबर अपराधों पर नजर रखने का एक प्रभावी उपकरण है। इस पोर्टल पर पुलिस देशभर से प्राप्त साइबर अपराध की शिकायतों का डाटा दर्ज करती है। इसमें मोबाइल नंबर, नेटवर्क, लोकेशन, बैंक खातों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होती है। इस डाटा के विश्लेषण से अपराधियों की पहचान और उनके ठिकानों का पता लगाया जाता है। आगरा पुलिस ने इस तकनीक का उपयोग कर 250 अपराधियों को चिह्नित किया है। इनमें से मलपुरा, शाहगंज, जगदीशपुरा और ताजगंज में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। डीसीपी ने बताया कि ऑपरेशन कोड ब्रेक के तहत डाटा का मिलान कर ओटीपी, यूपीआई और म्यूल अकाउंट्स के जरिए ठगी करने वालों की धरपकड़ की जाएगी।
विदेशी कनेक्शन और फर्जी सिम
पुलिस ने 46 ऐसे लोगों को चिह्नित किया है, जो वियतनाम और कंबोडिया में नौकरी के लिए गए थे। वहां इन्हें बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर किया गया। इन लोगों से डोजियर भरवाए गए हैं और उनका डाटा लखनऊ से दिल्ली भेजा जाएगा। इसके अलावा, इस साल 910 फर्जी सिम बेचने वालों की पहचान की गई है। ये सिम साइबर ठगों को उपलब्ध कराए जाते थे, जिनका उपयोग विभिन्न अपराधों में किया जाता था। पुलिस इन अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है।
जनता से अपील
आगरा पुलिस ने आम लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। डीसीपी सिटी ने कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए अनजान कॉल्स और लिंक्स पर भरोसा न करें। ठगी की स्थिति में तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करें। पुलिस का यह अभियान साइबर अपराधों पर लगाम लगाने और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए निरंतर जारी रहेगा।