उत्तरप्रदेश :- न्यूज़ डेस्क ओडिशा के कोरापुट जिला निवासी सुनील और जोगू जानी का अपहरण टेढ़ी बगिया से हो गया था. बदमाश उन्हें ऑटो में डाल-कर ले गए थे. पेशेवर बदमाशों के अंदाज में जोगू जानी के घर फोन करके दो लाख रुपये की रकम फिरौती मांगी गई थी.
धमकी दी कि फिरौती की रकम नहीं दी तो लड़कों के टुकड़े पार्सल करके भेज देंगे. इस मामले में तीन आरोपित गिरफ्तार हैं. दोनों अपहृत मुक्त हैं.
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने कहा कि सुनील और जोगू जानी का अपहरण का 27 को हुआ था. दोनों को नाऊ की सराय स्थित शिवम सिकरवार के मकान में बंधक बनाकर रखा गया था. बचकर भागने के लिए सुनील छत के ऊपर से कूद गया था. पुलिस ने जोगू जानी को मुक्त कराया था.
अपहरण करने फिरौती मांगने के आरोप में नाऊ की सराय में रहने वाले शिवम सिकरवार, मानवेंद्र सिकरवार उर्फ काका व गढ़ी जीवन राम निवासी विकास चौधरी को गिरफ्तार किया था. तीनों आरोपितों को ओडिशा पुलिस के सुपुर्द किया है. ओडिशा पुलिस ट्रांजिक्ट रिमांड पर तीनों को अपने साथ लेकर गई है. अपहृत जोगू जानी को भी ओडिशा पुलिस के साथ भेजा जाएगा. सुनील का इलाज चल रहा है.
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि फिरौती का फोन शिवम के मोबाइल से किया गया था. शिवम ने जोगू जानी के भाई निरंजन को कॉल किया था. निरंजन घबरा गया था. उसने कोरापुट पुलिस से संपर्क किया . मुकदमा दर्ज कराया .
आगरा आने का मकसद साफ नहीं हो पाया
आगरा पुलिस अपहरण के इस मामले को लेन-देन के हुये विवाद से जुड़ा बता रही है. हालांकि पुलिस के पास इसके प्रमाण नही हैं. एक आशंका गांजा तस्करी से जुड़ी भी जाहिर की गई , मगर इसके भी पुलिस के पास कोई कड़े प्रमाण नहीं हैं. बड़ा सवाल यह है कि आखिर ओडिशा के दो युवक खंदौली के युवकों के संपर्क में कैसे आ गए थे . क्या सड़क चलते दोनों युवकों को उठाया गया था .
ऑटो से पहले ले गए थे रेस्टोरेंट
पुलिस की छानबीनसे पता हुआ है कि ओडिशा के युवकों को टेढ़ी बगिया से ऑटो में बैठाया गया. आरोपित दोनों को लेकर खंदौली क्षेत्र स्थित एक रेस्टोरेंट में ले गए थे . वहां से नाऊ की सराय निवासी शिवम सिकरवार के घर ले गए थे . उधर दोनों को बंधक बना कर . बेरहमी से पीटा गया .