अहमदाबाद विमान हादसा: पत्नी के जन्मदिन पर लंदन जा रहे दंपती की दर्दनाक मौत, DNA से होगी पहचान

अहमदाबाद में हुए एक भीषण विमान हादसे ने सबकुछ राख में बदल दिया। इस त्रासदी में फतेहपुर सीकरी के अकोला गांव के दंपती, नीरज लवानिया और उनकी पत्नी अपर्णा, अपनी जिंदगी खो बैठे। वे अपर्णा का 50वां जन्मदिन मनाने लंदन जा रहे थे। हादसा इतना भयावह था कि शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट की जरूरत पड़ी। उनकी बेटी अर्पणा ने इसके लिए खून का नमूना दिया है। अधिकारियों का कहना है कि 72 घंटे में DNA रिपोर्ट आने के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।

स्थानीय सांसद राजकुमार चाहर ने पीड़ित परिवार की मदद के लिए कदम उठाए और नीरज के भाई सतीश लवानिया, भतीजे कौशल और कृष्ण मुरारी को अहमदाबाद पहुंचाने के लिए फ्लाइट की व्यवस्था की। चाहर ने हरसंभव सहायता का भरोसा दिया। कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य ने भी परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। अकोला गांव में मातम का माहौल है, जहां लोग सदमे में हैं और घरों में चूल्हे तक नहीं जले।

नीरज, जो हमेशा हंसमुख रहते थे, अपने 35 बचपन के दोस्तों के साथ जयपुर में एक भव्य मिलन समारोह की योजना बना रहे थे। उनके दोस्त नरेश चाहर ने भावुक होकर बताया कि दोनों ने चहारवाटी इंटर कॉलेज और फिर आगरा कॉलेज से 1993 में बीएससी की पढ़ाई पूरी की थी। नीरज की गहरी दोस्ती और उनके जज्बे ने सबको प्रभावित किया। दिल्ली में नौकरी शुरू करने के बाद नीरज का तबादला जयपुर और फिर नीदरलैंड हो गया, जहां उन्होंने एमबीए भी पूरा किया।

कोरोना लॉकडाउन में नीदरलैंड की नौकरी छूटने के बाद नीरज ने वडोदरा में मैनेजर के पद पर काम शुरू किया। 2001 में उन्होंने वडोदरा की अपर्णा से शादी की और वहीं बस गए। उनकी बेटी और अपर्णा की मां भी उनके साथ रहती थीं। पिछले साल 24 नवंबर 2024 को नीरज के पिता का निधन हुआ था, तब वे 20 दिनों के लिए गांव आए थे। उस दौरान वे अपने पुराने अंदाज में दोस्तों के साथ गांव के चबूतरे पर बैठकर मस्ती करते थे। नीरज को फिल्म संगम का गाना ‘दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई’ बहुत पसंद था, जिसे वे बड़े चाव से गाते थे।

नीरज और उनके दो बड़े भाइयों, विनोद और सतीश, का आपसी प्रेम गांव वालों के लिए मिसाल था। विनोद दिल्ली में मेडिकल स्टोर चलाते हैं, जबकि सतीश गांव में स्टेशनरी की दुकान संभालते हैं। तीनों भाई जब मिलते, तो दोस्तों की तरह हंसी-मजाक करते। सतीश ने बताया कि नीरज और अपर्णा लंदन में अपर्णा के भाई के पास 10 दिन के दौरे पर जा रहे थे। वडोदरा से अहमदाबाद जाते समय नीरज ने फोन पर बताया था कि लौटने के बाद वे गांव आएंगे।

यह हादसा अकोला के लिए एक बड़ा झटका है। गांव वाले उसी चबूतरे पर इकट्ठा हैं, जहां नीरज कभी खेला करते थे। अब वह जगह शोक की सभा में बदल गई है। DNA टेस्ट के नतीजों का इंतजार करते हुए गांव वाले अपने प्रिय दंपती को अंतिम विदाई देने की तैयारी में हैं।

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