13 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे ने आगरा के अकोला गांव के नीरज लवानिया और उनकी पत्नी अपर्णा लवानिया के सपनों को चकनाचूर कर दिया। यह दंपति अपर्णा का 50वां जन्मदिन लंदन में मनाने की योजना के साथ यात्रा पर निकला था, लेकिन नियति ने उन्हें इस त्रासदी का शिकार बना दिया। हादसे की खबर ने उनके परिवार और गांव को गहरे सदमे में डुबो दिया।
नीरज और अपर्णा की अधूरी यात्रा
नीरज लवानिया (51) और अपर्णा लवानिया (50) आगरा के अकोला गांव के रहने वाले थे। नीरज वडोदरा में एसी नेल्सन (नेल्सन IQ) कंपनी में मैनेजर थे और फेदर स्काई विलास कॉलोनी में रहते थे। वे अपनी पत्नी के जन्मदिन को खास बनाने के लिए 15 दिन के लंदन टूर पर जा रहे थे। उनकी 15 साल की बेटी वडोदरा में नानी के पास थी। नीरज के बड़े भाई सतीश लवानिया ने बताया कि गुरुवार सुबह 9 बजे नीरज ने उनसे फोन पर बात की थी। टैक्सी में एयरपोर्ट जाते समय नीरज ने कहा, “वापस आकर मिलता हूं।” लेकिन दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट AI-171, जो बोइंग 787-8 थी, टेकऑफ के कुछ मिनट बाद मेघाणीनगर में क्रैश हो गई। इस हादसे में 242 में से 241 यात्रियों की मौत हो गई, जिसमें नीरज और अपर्णा भी शामिल थे।
परिवार और समुदाय का दुख
हादसे की खबर एक ब्रेकिंग न्यूज मैसेज के जरिए सतीश को मिली। उन्होंने नीरज के मोबाइल और हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। बाद में एअर इंडिया की यात्री सूची से पुष्टि हुई कि नीरज और अपर्णा की सीट नंबर 38 और 39 थी। सतीश, उनकी पत्नी, भतीजे और भांजे शुक्रवार को अहमदाबाद के लिए रवाना हुए। आगरा के डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि एसडीएम सदर सचिन राजपूत को परिवार की सहायता के लिए भेजा गया। नीरज की बेटी ने अहमदाबाद के अस्पताल में पहुंचकर पुष्टि की कि उनके माता-पिता उसी फ्लाइट में थे। स्थानीय सांसद राजकुमार चाहर ने परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की और चमत्कार की उम्मीद जताई।
नीरज का जीवन और सपने
नीरज चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उन्होंने आगरा कॉलेज से बीएससी और फिर एमबीए किया। 1995 में अकोला छोड़कर जयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे और नीदरलैंड में नौकरी की। पिछले साल अपने पिता के निधन पर वे गांव आए थे। घूमने के शौकीन नीरज अपनी पत्नी के साथ इस यात्रा को यादगार बनाना चाहते थे। हादसे में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक सहित 241 लोगों की जान गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
नेताओं की संवेदनाएं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा नेता अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती ने हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की। योगी ने पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की, जबकि अखिलेश ने तीन दिन तक सपा के समारोह स्थगित करने की घोषणा की। यह हादसा न केवल नीरज और अपर्णा के परिवार, बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरी त्रासदी है।