समाजवादी पार्टी में मुरादाबाद व बागपत की तरह मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से दूसरी बार प्रत्याशी बदला गया है। अब सुनीता वर्मा को टिकट दिया गया है। दूसरी ओर अतुल प्रधान का कहना की पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का निर्णय उन्हें मंजूर है। उन्होंने अपने त्यागपत्र देने से संबंधित चर्चाओं को अफवाह बताया है।
मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट पर 2 सप्ताह पहले भानु प्रताप का नाम प्रत्याशी के रूप में घोषित किया। भानु प्रताप को बाहरी बताते हुए पार्टी के पदाधिकारी ने विरोध किया। कुछ ने अपना त्यागपत्र भी दे दिया। बाद में यह नेता लखनऊ गए और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष अपना पक्ष रखा।
अतुल के नामांकन फाइल करते ही प्रत्याशियों को बदलने की चर्चा
2 दिन पहले भानु प्रताप का टिकट काट दिया गया और अतुल प्रधान को सिंबल आवंटित कर दिया गया। अतुल प्रधान ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। नामांकन पत्र दाखिल होते ही सोशल मीडिया पर सपा के प्रत्याशियों को बदलने की चर्चा शुरू हो गई, अतुल प्रधान लखनऊ पहुंच गए।
त्यागपत्र की चर्चा अतुल प्रधान ने बताया अफवाह
मंथन के बाद अतुल प्रधान का टिकट काटकर पूर्व महापौर व पूर्व विधायक योगेश वर्मा की धर्मपत्नी सुनीता वर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। पार्टी के इस निर्णय को लेकर सोशल मीडिया पर अतुल प्रधान के त्यागपत्र देने की चर्चा होने लगी। अब बातचीत में अतुल प्रधान ने स्पष्ट किया है, कि यह सब अफवाह है।