अलीगढ़। सासनी गेट चौराहा स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में प्रसूता और पैदा हुए बच्चे की मौत से गुस्साए परिजनों ने बवाल किया मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाया लेकिन परिजन डॉक्टर से भिड़ने को दिखे आमादा और आरोप लगाया कि डॉक्टर ने जानबूझकर प्रसूता की हत्या की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रुबी गुप्ता उम्र 35 वर्ष पत्नी पवन गुप्ता निवासी मैडू जिला हाथरस को डिलीवरी के लिए 15 अक्टूबर शाम 5:00 बजे यशोदा पत्नी राधेश्याम तथा पवन पुत्र किशनलाल प्रसूति के लिए अंजुला भार्गव हॉस्पिटल में लेकर आए। डॉक्टर द्वारा अल्ट्रासाउंड कराकर बता दिया गया के बच्चा हिलडुल नहीं रहा है तो परिजनों ने डॉक्टर से ऑपरेशन करने के लिए कहा लेकिन डॉक्टर यह कहकर समय लगाते रहे की डिलीवरी नॉर्मल ही करेंगे जबकि परिजनों ने दबाव डाला कि अगर बच्चा ठीक नहीं है तो मां को बचा लिया जाए लेकिन डॉक्टर ने ऐसा नहीं किया । बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने अन्य दो ऑपरेशन किए और मृतका को कोई उपचार नहीं दिया जिसके चलते प्रसूता और बच्चे दोनों की मौत हो गई। जिससे गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया और डॉक्टर को बाहर निकाल कर बात करना चाहा तो डॉक्टर ने अपने आप को एक कमरे में बंद कर लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब डॉक्टर से पूछा तो डॉक्टर अंजुला भार्गव ने बताया कि इनका बच्चा तो पहले ही मर चुका था सवाल यह उठता है कि जब बच्चा पहले ही मर चुका था तो प्रसूता की जान बचाने के लिए जल्द से जल्द ऑपरेशन क्यों नहीं किया गया। 15 नवंबर 5:00 बजे से लेकर 16 नवंबर 5:00 तक ऑपरेशन नहीं किया गया जिसके चलते प्रसूता और बच्चे की जान चली गई परिजनों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर की घोर लापरवाही के चलते मां और बच्चे की मौत हुई है। डॉक्टर ने एक गैर जिम्मेदारी का काम करके दो जिंदगियां खत्म कर दी हैं। मौके पर पहुंचे थाना सासनी गेट प्रभारी विनोद कुमार ने परिजनों को आश्वस्त किया और कहा कि आप हमें लिखित शिकायत दीजिए दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।