बटेश्वर मेले की व्यवस्था को एक करोड चालीस लाख रुपए मंजूर… अव्यवस्थाओं का अंबार

बाह। ब्रज की छोटी काशी तीर्थ बटेश्वर में प्रतिवर्ष लगने वाले ऐतिहासिक पशु एवं लोक मेले की व्यवस्थाओं को लेकर सो रही है जिला पंचायत, मंदिर परिसर के आसपास, पार्किंग स्थल एवं मेला ग्राउंड पर जगह-जगह गंदगी के ढेर जमा है। जंगली जानवर कूढे के ढेरो पर लोट रहे हैं। मेले में व्यापारी एवं किसानोें की आवक शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार जिला पंचायत द्वारा मेले की व्यवस्था को करीब एक करोड़ चालीस लाख रुपए मंजूर हुए हैं। मेला शुरू होने में अभी 4 दिन शेष बचे हैं। 29 अक्टूबर को मेले की विधिवत शुरुआत होगी। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला उपाध्यक्ष वेदप्रकाश पचौरी ने मेले में पहुंचकर दूर दराज से आए व्यापारी एवं किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। मौके पर जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी उमेश कुमार को व्यापारी और किसानों के साथ हो रही परेशानी को बताया और जिला उपाध्यक्ष ने कड़े शब्दों में अपर मुख्य अधिकारी को कहा कि अगर किसानों के साथ अन्याय हुआ तो किसान यूनियन टिकट धरने पर बैठ जाएगी। स्थानीय किसानों ने बताया कि जिला पंचायत द्वारा मेला शुरू होने से पहले ही किसानों की खेत में खडी हरी फसल काटने के लिए मजबूर किया जाता है। जिला पंचायत द्वारा किसी को तीन सौ किसी को पांच सौ रुपए मुआवजा के नाम पर दिए जाते हैं। किसानों ने बताया कि मेले में लगभग चालीस, पचास लाख रुपया खर्च होता है बाकी पैसों का आपस में बंदर बाट हो जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *