विधि-विधान से शुरू हुआ प्रोजेक्ट
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) के 51वें स्थापना दिवस पर गाजियाबाद में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. उन्होंने सीईएल परिसर में प्रस्तावित ग्रीन डाटा सेंटर के लिए विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर भूमि पूजन किया. यह ग्रीन डाटा सेंटर पर्यावरण के अनुकूल तकनीक पर आधारित होगा और क्षेत्र में तकनीकी विकास को बढ़ावा देगा. इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा और भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे. यह आयोजन सीईएल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण रहा, जो तकनीकी और पर्यावरणीय प्रगति की दिशा में एक नया कदम है.
डाटा सेंटर की विशेषताओं पर चर्चा
भूमि पूजन के बाद सीईएल के अध्यक्ष चेतन प्रकाश जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ग्रीन डाटा सेंटर के मॉडल का प्रदर्शन किया. उन्होंने इस परियोजना की विशेषताओं और तकनीकी बारीकियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. यह डाटा सेंटर ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है, जो डिजिटल युग में डाटा प्रबंधन की बढ़ती जरूरतों को पूरा करेगा. इस परियोजना से न केवल गाजियाबाद बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में तकनीकी अवसंरचना को मजबूती मिलेगी. मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना की और इसे राज्य के डिजिटल विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया.
पौधरोपण और प्रदर्शनी का अवलोकन
भूमि पूजन समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने सीईएल परिसर में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक और कदम उठाया. उन्होंने परिसर में अशोक का पौधा रोपा, जो पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इसके बाद उन्होंने सीईएल द्वारा आयोजित उपकरण प्रदर्शनी का दौरा किया, जहां विभिन्न तकनीकी उपकरणों और नवाचारों का प्रदर्शन किया गया था. इस प्रदर्शनी में सीईएल की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को प्रदर्शित किया गया, जिसने उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित किया. मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित तकनीकों की सराहना की और सीईएल की टीम को उनके योगदान के लिए बधाई दी.
क्षेत्र में तकनीकी प्रगति की उम्मीद
यह ग्रीन डाटा सेंटर परियोजना गाजियाबाद और उत्तर प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. यह न केवल डिजिटल अवसंरचना को मजबूत करेगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा. स्थानीय लोगों और उद्यमियों का मानना है कि इस परियोजना से क्षेत्र में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और पर्यावरण के अनुकूल विकास को प्रोत्साहन मिलेगा. सीईएल का यह प्रयास केंद्र और राज्य सरकार की डिजिटल इंडिया और सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान है. इस आयोजन ने गाजियाबाद को तकनीकी क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाने की दिशा में कदम बढ़ाया है.