रामनगरी अयोध्या में कांग्रेस के समर्थकों और राम मंदिर में आए भक्तों के बीच झड़प हो गई। बहस के दौरान हाथापाई होने की भी सूचना मिली है। राम मंदिर में कांग्रेस नेता अजय राय दर्शन करने आए थे। विवाद की वजह झंडा लहराने को बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेसी पार्टी का झंडा लहराते हुए मंदिर परिसर में दाखिल हुए थे।
रामनगरी अयोध्या में कांग्रेस के समर्थकों और राम मंदिर में आए भक्तों के बीच झड़प हो गई। बहस के दौरान हाथापाई होने की भी सूचना मिली है। राम मंदिर में कांग्रेस नेता अजय राय दर्शन करने आए थे।
विवाद की वजह झंडा लहराने को बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेसी पार्टी का झंडा लहराते हुए मंदिर परिसर में दाखिल हुए थे। भक्तों ने झंडा न लहराने की अपील की तो इस दौरान विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई।
बता दें कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय व कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा के अयोध्या पहुंचे थे। अयोध्या पहुंचने से पहले रानीमऊ चौराहे पर एआईसीसी सदस्य दयानन्द शुक्ला के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसियों ने भव्य स्वागत किया। दयानन्द शुक्ला ने दोनों नेताओं को अंगवस्त्र व माला पहनाकर स्वागत किया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को देखकर उत्साहित अजय राय ने कहा कि सभी कार्यकर्ता पूरी मेहनत और ईमानदारी से अभी से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। जनता इस बार कांग्रेस की सरकार लाने का मन बना चुकी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा से जनता का मोहभंग हो चुका है। महंगाई बढ़ती जा रही है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। भाजपा मंदिर के नाम पर महंगाई और बेरोजगारी से वे जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं, लेकिन इस बार जनता भाजपा नेताओं के झांसे में नहीं आएगी।
कांग्रेस ने राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले पर एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आपत्ति जताई है. गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद अर्जुन मोढवाडिया ने एक्से पर आलाकमान के फैसले की आलोचना की. उन्होंने कांग्रेस नेता जयराम रमेश की पोस्ट पर जश्न मनाया और कहा कि भगवान राम हमारे आदर्श हैं. यह हमारे देशवासियों की आस्था और विश्वास का मामला है।’ कांग्रेस को राम मंदिर को लेकर कोई राजनीतिक फैसला नहीं लेना चाहिए. वहीं, एक अन्य कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि श्री राम मंदिर के निमंत्रण को अस्वीकार करना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और आत्मघाती निर्णय था जिसने आज उनका दिल तोड़ दिया।
न्योता ठुकराने पर कांग्रेस ने बताई ये वजह.
आपको बता दें कि कांग्रेस ने न्योता ठुकराते हुए कहा कि ये बीजेपी का राजनीतिकरण करने का प्रोजेक्ट है. धर्म एक निजी मामला है. लेकिन बीजेपी और संघ ने अयोध्या में एक राजनीतिक प्रोजेक्ट लागू किया है.
कांग्रेस ने निमंत्रण ठुकराते हुए दिया था यह कारण
बता दें, निमंत्रण ठुकराते हुए कांग्रेस ने कहा था कि यह भाजपा का राजनीतिकरण प्रोजेक्ट है। धर्म एक व्यक्तिगत मामला है। लेकिन भाजपा और संघ ने अयोध्या में राजनीतिक परियोजना बनाई है। भाजपा-आरएसएस के नेता अधूरे मंदिर का उद्घाटन कर रहे हैं। वह चुनावी लाभ के लिए यह सब कर रहे हैं।
कर्नाटक ने केंद्रीय नेतृत्व के फैसले का बचाव किया
कर्नाटक में राम मंदिर अभिषेक का जश्न मन रहा है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में कर्नाटक सरकार ने आलाकमान के फैसले का बचाव किया। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि हम सभी हिंदू हैं। मैं हिंदू हूं। मैं राम भक्त हूं। मैं हनुमान भक्त हूं। हम सभी यहां से प्रार्थना करते हैं। राम हमारे दिल में हैं। हमारे दिल में राजनीतिकरण के लिए कुछ भी नहीं है।
भाजपा ने की जमकर आलोचना
कांग्रेस के फैसले पर भाजपा आक्रमक हो गई। भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि कांग्रेस ने इतने वर्षों में राम मंदिर के लिए कोई कदम नहीं उठाया। कांग्रेस ने तो भगवान राम के अस्तित्व को ही नकार दिया था। कांग्रेस अलाकमान साफ कर चुका कि वह अयोध्या नहीं जाएगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भगवान राम को काल्पनिक बताने वालों के लिए यह कोई नया फैसला नहीं है। कांग्रेस ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद के पुननिर्माण का वादा किया था। भगवान राम का बहिष्कार करने वाली कांग्रेस का अब जनता 2024 में बहिष्कार करेगी। मनोज तिवारी का कहना है कि त्रेतायुग का रावण भी अपना दिमाग खो चुका था।