आगरा का दयालबाग शिक्षण संस्थान (डीईआई) डीम्ड विश्वविद्यालय सत्र 2025-26 के लिए युवाओं की पहली पसंद बना हुआ है। स्नातक कोर्सों में प्रवेश के लिए 4000 सीटों के मुकाबले लगभग 25 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। यानी प्रत्येक सीट के लिए औसतन छह उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, रोजगार के अवसर और संस्कारों पर जोर के कारण छात्रों में इसका जबरदस्त आकर्षण है। स्नातक कोर्सों की आवेदन प्रक्रिया 22 जून को बंद हो चुकी है, जबकि सर्टिफिकेट कोर्सों के लिए 10 जुलाई तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
प्रवेश प्रक्रिया और समय सारणी
डीईआई के निदेशक प्रो. सी पटवर्धन ने बताया कि सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 23 जून से लिखित परीक्षाएं शुरू हुईं, जो 30 जून तक चलेंगी। साक्षात्कार 28 जून से 8 जुलाई तक होंगे। जुलाई के दूसरे सप्ताह में परिणाम घोषित किए जाएंगे। सर्टिफिकेट कोर्सों के लिए आवेदन प्रक्रिया अभी जारी है। विश्वविद्यालय की पारदर्शी और व्यवस्थित प्रवेश प्रक्रिया छात्रों के बीच भरोसा बढ़ाती है।
रोजगार और शिक्षा की गुणवत्ता
डीईआई के तकनीकी और प्रबंधन कोर्स जैसे बीटेक, एमटेक, बीबीए, एमबीए, बीसीए और एमसीए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में रोजगार के बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं। यहां के स्नातक और परास्नातक छात्र बहुराष्ट्रीय कंपनियों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। एचडीएफसी बैंक के क्लस्टर हेड अमित हरित, जो 2012 में डीईआई से एमबीए हैं, बताते हैं कि यहां की पढ़ाई के साथ व्यक्तित्व विकास पर ध्यान दिया जाता है, जिससे रोजगार आसानी से मिलता है। इसी तरह, 1992 में संगीत में उच्च शिक्षा लेने वाली डॉ. अंजली श्रीवास्तव मणिपाल विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर हैं। वे कहती हैं कि डीईआई शिक्षा के साथ संस्कार भी सिखाता है।
प्रमुख कोर्स और उनकी मांग
विश्वविद्यालय में बीए (120 सीटें), बीकॉम (90 सीटें), बीएफए (30 सीटें), एमए (20 सीटें प्रति विषय), एमएससी (25 सीटें), एमकॉम (20 सीटें) और एमएड (50 सीटें) जैसे कोर्स उपलब्ध हैं। इन कोर्सों की मांग इसलिए ज्यादा है क्योंकि ये बाजार की जरूरतों के अनुरूप हैं और छात्रों को बेहतर भविष्य प्रदान करते हैं। डीईआई का शांत और अनुशासित वातावरण भी छात्रों को आकर्षित करता है।
छात्रों की पहली पसंद
डीईआई की लोकप्रियता का कारण इसकी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, किफायती फीस और रोजगारोन्मुखी दृष्टिकोण है। हर साल बढ़ती आवेदन संख्या इसकी प्रतिष्ठा को दर्शाती है। यह संस्थान न केवल आगरा बल्कि पूरे क्षेत्र के युवाओं के लिए शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रतीक बन चुका है।