अयोध्या। दीपोत्सव से पहले रामनगरी में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। इनायतनगर के कुचेरा बाजार निवासी रफीक उर्फ शानू के कब्जे से लगभग 30 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री मिली है। इसमें सल्फर, गंधक, बारूद, सोडियम नाइट्रेट सहित अन्य तत्व होने की आशंका है। इसकी पुष्टि के लिए नमूना सुरक्षित किया गया है, जिसे आगरा स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
चूड़ी की दुकान में दुकानदार ने छिपाकर रखा था सामान, बोरी खोलते ही उड़ गए पुलिस के होश… मिली खतरनाक चीज!
अयोध्या में दीपोत्सव से पहले बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। लगभग 30 किलोग्राम सामग्री में सल्फर गंधक बारूद और सोडियम नाइट्रेट होने की आशंका है। आरोपी रफीक गिरफ्तार पिता शाहबान फरार है। पुलिस इसे गंभीर षड्यंत्र मान रही है। एसपी ग्रामीण और सीओ मिल्कीपुर जांच कर रहे हैं। फोरेंसिक टीम ने भी पड़ताल की है।
आरोपी ने बताया कि यह सामग्री उसके पिता शाहबान ने उपलब्ध कराई। यह सामग्री उन्हें रुदौली से मिली। इस घटना के बाद से शाहबान फरार है। भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने से पुलिस के होश उड़ गए।
इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक बनाने की सामग्री का मिलना रामनगरी में किसी गंभीर षड्यंत्र का हिस्सा भी माना जा रहा है। सूचना पाकर एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी, सीओ मिल्कीपुर श्रीयश त्रिपाठी भी बम निरोधक दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम की स्थानीय फील्ड यूनिट ने भी पड़ताल की।
थाना प्रभारी ने बताया कि विस्फोटक बनाने की सामग्री को कब्जे में ले लिया गया है। आरोपी रफीक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई की जा रही है।
एडीजे ने किया किशोर न्याय बोर्ड का निरीक्षण
अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में एडीजे/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनिल कुमार वर्मा, एडीजे/विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट-द्वितीय अध्यक्ष अनुश्रवण समिति नूरी अंसार एवं प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड/सदस्य अनुश्रवण समिति अमित कुमार यादव-तृतीय ने सोमवार को राजकीय संप्रेक्षण गृह(किशोर) एवं राजकीय महिला शरणालय भीखापुर का निरीक्षण किया।
इसी के साथ राजकीय संप्रेक्षण गृह(किशोर) में निरुद्ध किशोर अपचारियों से उनके स्वास्थ्य एवं भोजन के बारे में जानकारी ली गयी। निरीक्षण के दौरान सहायक अधीक्षक राजकीय संप्रेक्षण गृह(किशोर) को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। सचिव वर्मा ने बाल अपचारियों को नि:शुल्क विधिक सहायता के बारे में भी बताया।