- आयोजक पुष्कल गुप्ता का प्रबंधन तंत्र हुआ फेल, श्रद्धालुओं में जबरदस्त आक्रोश
- 10 जनवरी 2026 से 20 जनवरी 2026 के बीच में पांच दिवसीय कथा करने का किया ऐलान
आगरा में बागेश्वर धाम के पूजनीय पंडित धीरेंद्र शास्त्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को अंतिम समय पर निरस्त कर दिया गया है। यह कार्यक्रम पहले बीएसएनएल ग्राउंड में आयोजित होने वाला था, लेकिन बाद में इसे फतेहाबाद रोड स्थित राजदेवम में स्थानांतरित किया गया। हालांकि, आयोजक पुष्कल गुप्ता की प्रबंधन संबंधी नाकामियों और भारी अव्यवस्थाओं के कारण अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह ने कार्यक्रम को रद्द करने की घोषणा की। इस निर्णय से धीरेंद्र शास्त्री की टीम और उनके श्रद्धालुओं में आयोजक के प्रति तीव्र आक्रोश देखा जा रहा है।
कार्यक्रम निरस्त होने का कारण:
सूत्रों के अनुसार, आयोजक पुष्कल गुप्ता द्वारा कार्यक्रम के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित नहीं की गईं। भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, और अन्य लॉजिस्टिक्स में कमी के कारण प्रशासन को यह कठोर कदम उठाना पड़ा। अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह ने बताया कि अंतिम समय पर भारी अव्यवस्थाएं सामने आईं, जिसके चलते श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम को रद्द करना आवश्यक हो गया।
प्रारंभिक योजना और बदलाव
- मूल स्थान: कार्यक्रम की शुरुआती घोषणा के अनुसार, यह आयोजन बीएसएनएल ग्राउंड, आगरा में होने वाला था।
- स्थान परिवर्तन:बाद में इसे फतेहाबाद रोड स्थित राजदेवम में स्थानांतरित किया गया।
- अव्यवस्थाओं का प्रभाव: स्थान परिवर्तन के बावजूद, आयोजक द्वारा बुनियादी सुविधाओं जैसे बैठने की व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, और सुरक्षा इंतजामों में कमी देखी गई।
श्रद्धालुओं और धीरेंद्र शास्त्री की टीम में आक्रोश
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अनुयायियों और उनकी टीम ने आयोजक पुष्कल गुप्ता की लापरवाही पर कड़ा रोष जताया है। श्रद्धालु, जो देश के विभिन्न हिस्सों से इस कथा में शामिल होने के लिए आगरा पहुंचे थे, इस अप्रत्याशित रद्दीकरण से निराश और क्रोधित हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने आयोजक की अव्यवस्थाओं की कड़ी आलोचना की है।
- श्रद्धालुओं की शिकायतें: कई श्रद्धालुओं ने शिकायत की कि उन्हें आयोजन स्थल पर पहुंचने के बाद ही निरस्तीकरण की सूचना मिली, जिससे उनकी समय और धन की हानि हुई।
अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह ने स्पष्ट किया कि प्रशासन का यह फैसला जनहित और सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए लिया गया। उन्होंने आयोजकों को भविष्य में बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने की चेतावनी भी दी।