पहले दिन 50 स्ट्रीट वेंडर्स को मिलेगा मौका ।
दिल्ली के सलीमगढ़ किले के पास नाइट फूड मार्केट विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। वही प्रत्येक दिन 50 स्ट्रीट वेंडर्स को मौका मिलेगा और मार्केट शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक खुलेगा। साथ ही आवेदन 11 अप्रैल तक लिए जाएंगे और वेंडर्स का चयन लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा।
सिटी एसपी जोन ने सलीमगढ़ किले के पास नाइट फूड मार्केट विकसित करने की योजना बनाई है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जा रही इस योजना के तहत पहले दिन 50 स्ट्रीट वेंडर्स को मौका मिलेगा। अगले दिन 50 नए स्ट्रीट वेंडर्स अपने स्टॉल लगाएंगे।
नाइट फूड मार्केट में लगने वाले स्टॉल शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक खुले रहेंगे। वही सिटी एसपी जोन की डिप्टी कमिश्नर वंदना राव ने कहा कि चांदनी चौक में स्ट्रीट फूड बेचने वाले स्ट्रीट वेंडर्स से आवेदन मांगे गए हैं, जो वेंडर्स यहां स्टॉल लगाना चाहते हैं, वह यहां 11 अप्रैल शाम 3 बजे तक आवेदन कर सकते हैं।
एमसीडी अधिकारियों का कहना कि पुरानी दिल्ली के स्ट्रीट फूड के लोग दिवाने हैं। जहां दूर-दूर से लोग आते हैं। चांदनी चौक के भीड़भाड़ वाले इलाके में पहुंचने के लिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ट्रैफिक जाम में फंसे बगैर लोग पुरानी दिल्ली का स्वाद चख पाएं, इसके लिए एमसीडी ने नाइट फूड मार्केट विकसित करने की योजना बनाई है। पिछले दिनों सिटी एसपी जोन ने सलीमगढ़ किले के आसपास अतिक्रमण के खिलाफ एक्शन लिया था। एमसीडी अब उसी जगह पर नाइट फूड मार्केट डिवेलप करने की प्लानिंग कर रही है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यहां स्टॉल लगाने वाले स्ट्रीट वेंडर्स से रेंट के साथ-साथ साफ-सफाई के लिए शुल्क भी वसूला जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसा भी नहीं है कि कोई भी वेंडर नाइट फूड मार्केट में स्टॉल लगा लेगा। एमसीडी साफ-सफाई के साथ-साथ स्ट्रीट वेंडर्स के फूड की क्वॉलिटी पर भी नजर रखेगी। इसलिए उन्हीं वेंडर्स से एप्लिकेशन मांगी गई है, जिन्होंने वेंडिंग सर्टिफिकेट (सीओवी) लिया हुआ है। वेंडर्स की फूड कार्ट कैसी होगी, इसे भी ध्यान में रखा जाएगा। सिंपल रेहड़ी पटरी वाले वेंडर्स के लिए यहां कोई जगह नहीं मिलेगी।
अधिकारी ने यह भी बताया कि एप्लिकेशन की आखिरी तारीख तक जितने वेंडर्स आते हैं, सब कुछ उसके ऊपर निर्भर करेगा। अगर वेंडर की संख्या ज्यादा हो जाती है तो फिर वेंडर्स का चुनाव लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा। वेंडर्स को यहां चेयर और टेबल आदि लगाने की इजाजत होगी, लेकिन इसकी व्यवस्था वेंडर को खुद करनी होगी। अगर कोई वेंडर्स साइट विजिट करना चाहता है तो इसके लिए वह जोनल प्रशासनिक अधिकारी (एओ) से संपर्क कर सकता है।