- 200 पार होते ही लागू होगा ग्रेप का पहला चरण, बढ़ सकती है सख्ती
- रविवार को आगरा की हवा लखनऊ, कानपुर जैसे प्रदेश के बड़े महानगरों से ज्यादा प्रदूषित रही।
आगरा। दिवाली से पहले मौसम ने अपना रुख बदल लिया है,ठंडी हवाओं के साथ सुबह शाम हल्की ठण्ड होने लगी है। दिवाली के मौके पर पटाखों का धुआँ और जगह जगह ट्रैफिक लगने से प्रदूषण में बढ़ोत्तरी हो रही है,ऐसे में संबंधित विभागों की ओर से इसको लेकर निगरानी रखी जा रही है। ग्रैप लागू कर दिया गया है। एक्यूआई 200 पार होते ही इसके पहले चरण की शुरुआत हो जाएगी।
रविवार को आगरा की हवा लखनऊ, कानपुर जैसे प्रदेश के बड़े महानगरों से ज्यादा प्रदूषित रही। केन्द्रिय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सीपीसीबी के द्वारा जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के अनुसार रविवार को जिले का AQI 160 दर्ज किया गया। जबकि प्रदेश के अन्य बड़े महानगर लखनऊ,कानपुर में AQI 118 व 135 दर्ज हुआ।प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन सोमवार को कड़े फैसले ले सकता है।पिछले एक हफ्ते से न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के नीचे चल रहा है।इस बीच शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बढ़ना शुरू हो गया है।रविवार को शहर के शाहजहां गार्डन, रोहता और शास्त्रीपुरम में एक्यूआई अधिकतम 200 तक गया। वहीं, सेक्टर 3 बी आवास विकास, संजय प्लेस और मनोहरपुर में भी एक्यूआई 150 के आसपास दर्ज किया गया।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पहले से ही शहर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू कर दिया है। ग्रेप का पहला चरण AQI 200 पार होते ही लागू हो जाएगा।इसके तहत सार्वजनिक वाहनों के प्रयोग को बढ़ाने, खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध, निर्माण स्थलों पर प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त उपाय, एंटी स्मॉग गन तैनात करने पर फैसला लिया जा सकता है।
बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा ने बताया कि सभी विभागों को पहले ही एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा जा चुका है। जरूरत अनुसार कड़े कदम उठाए जाएंगे।





