आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में पर्चे और दवा के लिए काउंटरों की कमी के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लंबी कतारें और अफरा-तफरी की स्थिति ने मरीजों में निराशा बढ़ा दी है।
विस्तृत रिपोर्ट
एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में काउंटर नहीं बढ़ाए जाने से मरीजों को गंभीर असुविधा हो रही है। पर्चे, परामर्श और दवा लेने के लिए मरीजों को दो से तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। बुजुर्ग और महिला मरीजों को भीड़ में धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ रहा है।
वर्तमान में ओपीडी में पर्चे के लिए छह और दवा के लिए पांच काउंटर हैं, जहां पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। सोमवार, मंगलवार और बुधवार को औसतन 3,000 मरीज आते हैं। इस भारी भीड़ के कारण मरीजों को पर्चा बनवाने, डॉक्टर को दिखाने और दवा लेने के लिए तीन बार कतार में लगना पड़ता है।
कुबेरपुर के सुनील बघेल ने बताया, “मेरे पिताजी को घुटनों की समस्या है। हम सुबह 9 बजे ओपीडी पहुंचे, लेकिन पर्चा बनवाने, डॉक्टर को दिखाने और दवा लेने में दोपहर 12:30 बजे तक का समय लग गया। भीड़ इतनी थी कि धक्का-मुक्की भी झेलनी पड़ी।”
टेढ़ी बगिया के फिरोज और देवरी रोड के दिनेश ने भी ऐसी ही परेशानी बताई। प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि दो और पर्चा काउंटर तथा एक अतिरिक्त दवा काउंटर बढ़ाने की तैयारी चल रही है। मरीजों की सुविधा के लिए एयर कंडीशनर भी लगाए जाएंगे। साथ ही, ऑनलाइन पर्चा काउंटर पहले से ही शुरू किया जा चुका है।
गर्मी से संबंधित बीमारियों में उछाल
रिपोर्ट के दिन ओपीडी में 2,924 मरीज आए। इनमें सबसे ज्यादा उल्टी-दस्त, पेट दर्द और त्वचा रोग के मामले थे। मेडिसिन विभाग में 526 और बाल रोग विभाग में 144 मरीज आए, जिनमें 70% को यही समस्याएं थीं। गंभीर स्थिति के कारण 18 मरीजों को भर्ती करना पड़ा। त्वचा रोग के 262 मामलों में सनबर्न, चकत्ते, लाल दाने, फंगल इन्फेक्शन और खुजली की शिकायतें थीं, खासकर उन मरीजों में जो धूप और गर्मी में काम करते हैं। चिकित्सकों ने दवा देने के साथ-साथ गर्मी से बचाव के उपाय भी सुझाए।