Imam Umer Ahmed Ilyasi अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में शामिल होने वाले आल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन के मुख्य इमाम डॉ. उमेर अहमद इलियासी के विरूद्ध ही फतवा जारी हो गया है। उन्हें धार्मिक रूप से बहिष्कार के आह्वान के साथ जान से मारने तक की धमकी दी गई है। बता दें कि इमाम ने सीएए और मोहन भागवत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी कई बार मुलाकात कर चुके हैं उमेर अहमद इलियासी
ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के मुखिया हैं उमेर अहमद इलियासी
प्रगतिशील धार्मिक गुरु माने जाते हैं इमाम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में देशभर से सम्मानित हस्तियां अयोध्या पहुंचे थे। देश के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हर्षोल्लास के साथ इस समारोह पर खुशी जाहिर की।
वहीं, वहीं,22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में आल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के मुख्य इमाम डॉ. उमेर अहमद इलियासी (Umer Ahmed Ilyasi) शामिल हुए। हालांकि, यह बात कई कट्टरपंथी विचारधारा रखने वाले लोगों को पसंद नहीं है।
इमाम डॉ. उमेर अहमद इलियासी के खिलाफ फतवा जारी कर दिया गया है। उन्हें धार्मिक रूप से बहिष्कार के आह्वान के साथ जान से मारने तक की धमकी दी गई है। हालांकि, उन्होंने इमाम ने साफ तौर पर कह दिया है कि वो किसी से माफी नहीं मागेंगे।
मोहन भागवत को बताया था राष्ट्रपिता
साल 2022 में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) से मुलाकात की। संघ प्रमुख और इमाम की मुलाकात दिल्ली के कस्तूरबा मार्ग स्थित मस्जिद में हुई थी। आजादपुर के मदरसे में उन्होंने मोहन भागवत को राष्ट्र ऋषि और राष्ट्रपति कहा था।
इमाम उमर अहमद इलियासी को कई बार जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है। इसलिए उन्हें साल 2022 में Y+ कैटगरी की सुरक्षा भी मिल चुकी है।